देहरादून, 10 अगस्त उत्तराखंड में लगातार भारी बारिश के कारण हुई घटनाओं में एक व्यक्ति की मृत्यु हो गयी और एक अन्य नदी में बहकर लापता हो गया। वहीं, ऋषिकेश-केदारनाथ तथा ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्गों सहित दर्जनों मार्ग भूस्खलन के चलते अवरूद्ध हो गए।
देहरादून में कल रात से लगातार बारिश के कारण नदियों और नालों में उफान आ गया तथा प्रसिद्ध टपकेश्वर मंदिर सहित अनेक इलाकों में घरों में पानी घुस गया। बारिश के चलते प्रतिष्ठित दून स्कूल की चारदीवारी का एक हिस्सा भी गिर गया।
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राज्य के चमोली जिले में सोमवार सुबह भारी बारिश के कारण पहाड़ी से गिरे पत्थरों की चपेट में दो वाहन आ गए जिससे एक पंचायत अधिकारी की मृत्यु हो गयी तथा चार अन्य घायल हो गए ।
पुलिस ने बताया कि गोपेश्वर-पोखरी मोटरमार्ग पर हापला के पास सड़क से गुजर रही एक कार पहाड़ी से गिरी चट्टान की चपेट में आ गयी जिससे उसमें सवार पोखरी नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी नंदराम तिवारी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। कार में सवार अन्य दो अन्य घायल हो गए।
चमोली जिले में ही एक अन्य घटना में, कर्णप्रयाग-नैनीसैण मोटरमार्ग पर कर्णप्रयाग के पास एक कार पर पहाड़ी से पत्थर आ गिरे जिससे उसमें सवार तीन में से दो व्यक्ति घायल हो गए।
बागेश्वर जिले में बारिश से उफनाई सरयू नदी में एक व्यक्ति बह गया जिसकी तलाश की जा रही है। टिहरी के घनसाली में घुत्तू क्षेत्र में बादल फटने की सूचना मिली है और स्थिति का पता लगाने के लिए वहां एक टीम रवाना की गयी है।
लगातार बारिश से देहरादून की रिस्पना, बिंदाल, तमसा आदि नदियां भी उफान पर हैं और उनके समीप स्थित इलाकों में घरों में पानी घुस गया ।
दून के प्रसिद्ध टपकेश्वर मंदिर के निचले भाग उफनाई तमसा नदी के पानी में डूब गए जबकि एमडीडीए कॉलोनी, पंचपुरी कॉलोनी और चंदर रोड जैसे इलाकों में घरों में पानी भर गया।
बारिश से प्रतिष्ठित दून स्कूल की चारदीवारी का एक हिस्सा भी भरभराकर ढह गया।
स्कूल द्वारा यहां जारी एक बयान में कहा गया है कि भारी वर्षा से चकराता रोड की तरफ वाली चारदीवारी का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। हालांकि, यातायात को सुचारू करने के लिए तुरंत सड़क से मलबा हटा दिया गया है। दीवार की मरम्मत की जा रही है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, रुद्रप्रयाग जिले की जखोली तहसील के सिरवाडी गांव में अत्यधिक वर्षा से उफान पर आए एक गदेरे (बरसाती नाले) के समीप रहने वाले पांच मकान खतरे की जद में आ गए हैं और उनमें रहने वाले परिवारों को वहां से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
ऋषिकेश-केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग रुद्रप्रयाग जिले में बांसवाड़ा के पास भूस्खलन के कारण अवरुद्ध हो गया है। ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग चमोली जिले में लामबगड़ और काली मंदिर के पास भूस्खलन से बाधित है।
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