हरिद्वार, 27 अक्टूबर हरिद्वार जिला जेल से कुछ दिन पहले फरार हुए दो कैदियों में से एक को हरियाणा के जगाधरी से गिरफ्तार कर पुलिस ने फिर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है।
सिडकुल थाना प्रभारी मनोहर भंडारी ने यहां बताया कि विचाराधीन कैदी रामकुमार को शुक्रवार को जगाधरी सिटी में चाकू के साथ घूमते हुए गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि सूचना मिलने पर सिडकुल पुलिस जगाधरी पहुंची और शनिवार देर रात उसे हरिद्वार लाई, जहां पूछताछ के बाद उसे वापस जेल में भेज दिया गया।
उत्तर प्रदेश के गोंडा का रहने वाला रामकुमार (24) और रूड़की के गोलभट्टा का रहने वाला पंकज (28) हरिद्वार जेल से दशहरे से पहले वाली रात 11 अक्टूबर को उस समय दीवार फांद कर फरार हो गए थे जब जेल के अधिकारी और कर्मचारी रामलीला देखने में व्यस्त थे। सजायाफ्ता कैदी पंकज कुख्यात प्रवीण वाल्मीकि गिरोह का शार्प शूटर है।
पुलिस ने बताया कि रामकुमार से हालांकि, पंकज की लोकेशन के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली लेकिन उसने यह चौंकाने वाला खुलासा किया है कि पंकज ने उसे बताया था कि रूड़की में दो लोगों की हत्या करने के लिए वह जेल से फरार हुआ है।
उन्होंने बताया कि रामकुमार से उन्हें उन दोनों व्यक्तियों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई जो पंकज के निशाने पर हैं । हालांकि, उसके इस खुलासे के बाद हरिद्वार पुलिस अलर्ट हो गई है और उसने फरार पंकज की तलाश तेज कर दी है।
उधर, रामकुमार ने बताया कि वह पहले भी जगाधरी में एक होटल में काम कर चुका था और इसलिए वह इस बार भी वहीं किराए का कमरा लेकर रह रहा था।
जेल से दो कैदियों के फरार होने से मचे हड़कंप के बाद प्रथम दृष्टया लापरवाही बरतने के आरोप में डिप्टी जेलर प्यारे लाल समेत छह जेल कर्मचारियों को निलंबित कर दिया था। फरार कैदियों की तलाश के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित कर दी गयी थी जिसने कैदियों की फरार होने में सहायता करने के आरोप में पंकज के दो रिश्तेदारों सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
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