नई दिल्ली: चीनी विदेश मंत्री वांग यी (Wang Yi) की संभावित भारत यात्रा की खबरों पर विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि अभी उसके पास इस विषय पर साझा करने के लिये कोई जानकारी नहीं है. इस बारे में सवालों के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ अभी मेरे पास इसके बारे में कोई जानकारी साझा करने के लिये नहीं है. ’’
बुधवार को घटनक्रम से जुड़े लोगों ने बताया था कि चीन के विदेश मंत्री वांग यी इस महीने के अंत में भारत की यात्रा कर सकते हैं, लेकिन इस पर अभी कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है. हालांकि दोनों तरफ से इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है. चीन ने तिब्बत में 1.20 लाख किलोमीटर का सड़कों का नेटवर्क बनाया
यदि यह यात्रा होती है, तो यह मई 2020 में पूर्वी लद्दाख में दोनों देशों के बीच गतिरोध शुरू होने के बाद चीन के किसी वरिष्ठ नेता की भारत की पहली यात्रा होगी. ऐसी खबरें आई थी कि यात्रा का प्रस्ताव चीन की ओर से आया था और वांग चार देशों की अपनी यात्रा के तहत नेपाल, भूटान और बांग्लादेश की भी यात्रा करना चाहते हैं.
नेपाल के ‘काठमांडू पोस्ट’ ने मंगलवार को बताया था कि वांग दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर 26 मार्च को नेपाल की राजधानी पहुंचने वाले हैं.
चीन में पढ़ाई करने वाले भारतीय छात्रों के वहां अध्ययन के लिये नहीं लौट पाने संबंधी एक सवाल के जवाब में बागची ने कहा कि भारत ने इस विषय को चीन के समक्ष उठाया है.
उन्होंने कहा, ‘‘ हमने छात्रों की परेशानियों को उठाया है और कहा है कि किस प्रकार से सख्त प्रतिबंधों के कारण हजारों छात्रों का अकादमिक करियर प्रभावित हो रहा है. ’’
बागची ने इस संबंध में चीन के विदेश मंत्रालय के 8 फरवरी और 14 मार्च के बयान का भी जिक्र किया .
उन्होंने कहा कि वह स्पष्ट करना चाहते हैं कि चीनी पक्ष ने भारतीय छात्रों के वापस लौटने के बारे में अभी तक कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं दी है. हम इस बारे में चीनी पक्ष से अनुरोध जारी रखेंगे.
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