जरुरी जानकारी | विदेशी बाजारों में मजबूती से तेल-तिलहन कीमतों में सुधार

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. विदेशी बाजारों में मजबूती के रुख के कारण देश के बाजारों में सोमवार को अधिकांश तेल-तिलहन के भाव मजबूती दर्शाते बंद हुए तथा सरसों तेल-तिलहन, सोयाबीन तेल, कच्चा पामतेल (सीपीओ) एवं पामोलीन तथा बिनौला तेल कीमतों में सुधार दर्ज हुआ। वहीं डी-आयल्ड केक (डीओसी) की मांग हल्की रहने के बीच सोयाबीन तिलहन तथा ऊंचे भाव की वजह से कमजोर कारोबार के बीच मूंगफली तेल-तिलहन कीमतें अपरिवर्तित रहीं।

नयी दिल्ली, 13 मई विदेशी बाजारों में मजबूती के रुख के कारण देश के बाजारों में सोमवार को अधिकांश तेल-तिलहन के भाव मजबूती दर्शाते बंद हुए तथा सरसों तेल-तिलहन, सोयाबीन तेल, कच्चा पामतेल (सीपीओ) एवं पामोलीन तथा बिनौला तेल कीमतों में सुधार दर्ज हुआ। वहीं डी-आयल्ड केक (डीओसी) की मांग हल्की रहने के बीच सोयाबीन तिलहन तथा ऊंचे भाव की वजह से कमजोर कारोबार के बीच मूंगफली तेल-तिलहन कीमतें अपरिवर्तित रहीं।

बाजार सूत्रों ने कहा कि मलेशिया और शिकॉगो एक्सचेंज में पर्याप्त मजबूती है।

सूत्रों ने कहा कि मलेशिया और शिकॉगो एक्सचेंज में पर्याप्त तेजी है तथा स्थानीय मंडियों में किसान सस्ते में अपने माल बेचने को कतई राजी नहीं हैं जो अधिकांश खाद्य तेल-तिलहनों में सुधार का मुख्य कारण है।

उन्होंने कहा कि डीओसी की मांग हल्की रहने के बीच सोयाबीन तिलहन तथा ऊंचे दाम पर कारोबार सुस्त रहने के बीच मूंगफली तेल- तिलहन कीमतें अपरिवर्तित रहीं। लेकिन शिकॉगो के साथ-साथ मलेशिया एक्सचेंज के मजबूत रहने के कारण सोयाबीन तेल कीमतों में सुधार आया।

सूत्रों ने कहा कि बिनौला तेल खली के नकली खल को लेकर किसान पहले से परेशान हैं क्योंकि उनका असली बिनौले की खल की लागत ऊंचा होने से उसका खपना मुश्किल हो रहा है। दूसरी ओर हाजिर बाजार में बिनौले खल का भाव 3,300-3,400 रुपये क्विंटल है लेकिन सट्टेबाजों ने वायदा कारोबार में इसके मई अनुबंध का भाव 2,600 रुपये और जून अनुबंध का भाव 2,640 रुपये क्विंटल चला रखा है। क्या यह स्थिति कपास (जिससे बिनौले की प्राप्ति होती है) उत्पादक किसानों को अपना उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रेरित करेगा या उन्हें हतोत्साहित करेगा? इस ओर किसी का ध्यान नहीं है। कुछ निहित स्वाथी तत्वों में तिलहन का वायदा कारोबार खुलवाने को लेकर बेचैनी हैं लेकिन किसानों के हित में इस पर रोक जारी रखने की आवश्यकता है।

तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे:

सरसों तिलहन - 5,585-5,635 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली - 6,150-6,425 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) - 14,850 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली रिफाइंड तेल 2,250-2,550 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 10,600 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 1,805-1,905 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 1,805-1,920 रुपये प्रति टिन।

तिल तेल मिल डिलिवरी - 18,900-21,000 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 10,100 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 9,850 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 8,400 रुपये प्रति क्विंटल।

सीपीओ एक्स-कांडला- 8,800 रुपये प्रति क्विंटल।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 9,850 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 9,925 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन एक्स- कांडला- 9,050 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल।

सोयाबीन दाना - 4,885-4,905 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन लूज- 4,685-4,725 रुपये प्रति क्विंटल।

मक्का खल (सरिस्का)- 4,075 रुपये प्रति क्विंटल।

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