‘सर्जिकल स्ट्राइक’ पर नेता दिग्विजय सिंह के बयान पर हैरानी नहीं, लादेन को ‘ओसामा जी’ कहा था: उत्पल पर्रिकर

गोवा के नेता उत्पल पर्रिकर ने भारत की ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ की विश्वसनीयता पर संदेह करने को लेकर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह की मंगलवार को निंदा की और कहा कि ऐसे व्यक्ति द्वारा इस प्रकार के बयान दिया जाना आश्चर्यजनक नहीं है, जिसने आतंकवादी ओसामा बिन लादेन को ‘‘ओसामा जी’’ कहा हो.

Member Digvijay Singh दिग्विजय सिंह(Photo Credits Twitter)

पणजी, 24 जनवरी : गोवा के नेता उत्पल पर्रिकर ने भारत की ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ की विश्वसनीयता पर संदेह करने को लेकर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) की मंगलवार को निंदा की और कहा कि ऐसे व्यक्ति द्वारा इस प्रकार के बयान दिया जाना आश्चर्यजनक नहीं है, जिसने आतंकवादी ओसामा बिन लादेन को ‘‘ओसामा जी’’ कहा हो. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान सोमवार को जम्मू में ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ पर सवाल उठाया था और सरकार पर झूठ बोलने का आरोप लगाया था.

दिग्विजय सिंह ने कहा था, ‘‘वे (केंद्र) ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ की बात करते हैं. वे कई लोगों को मारने की बात करते हैं लेकिन कोई सबूत नहीं दिया. वे झूठ के पुलिंदों के सहारे शासन कर रहे हैं.’’ भारत ने सितंबर 2016 में जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में एक सैन्य अड्डे पर आतंकवादी हमले के जवाब में नियंत्रण रेखा के पार ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ की थी. उत्पल पर्रिकर के पिता और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता मनोहर पर्रिकर तब देश के रक्षा मंत्री थे. यह भी पढ़ें : MCD Mayor Election: एमसीडी मेयर चुनाव में सभी 250 पार्षदों की शपथ पूर्ण, एमसीडी सदन में हंगामे के चलते सदन अनिश्चितकाल के लिए स्थगित

उत्पल पर्रिकर ने कहा, ‘‘दिग्विजय सिंह ने जो कहा है, वह कोई हैरानी की बात नहीं है. वह लगातार इस प्रकार की बातें करते रहे हैं. भले ही वह ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ की बात हो या एक सबसे खूंखार आतंकवादी को ‘ओसामा जी’ कहकर संबोधित करना हो.’’ अमेरिका में 11 सितंबर 2001 को हुए हमलों का मुख्य षड्यंत्रकर्ता एवं अलकायदा का तत्कालीन प्रमुख ओसामा बिन लादेन पाकिस्तान में अमेरिकी बलों के हमले में मारा गया था. खबरों के अनुसार इसके बाद सिंह ने लादेन को ‘‘ओसामा जी’’ कहकर संबोधित किया था. उत्पल पर्रिकर ने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी के ऊपरी स्तर पर वास्तव में ऐसे ही लोगों का जमावड़ा है और वे एक विशेष परिवार के प्रति निष्ठा को सभी चीजों से ऊपर रखते हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह उनके लिए दुर्भाग्य और देश के लिए सौभाग्य की बात है कि लोगों को इस बात का एहसास हो गया है और वे आम चुनावों में अपना कर्तव्य निभाते हुए उन्हें खारिज कर रहे हैं.’’

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