सियोल, 13 अप्रैल (एपी) उत्तर कोरिया ने अपने हथियारों का परीक्षण जारी रखते हुए बृहस्पतिवार को एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल दागी, जो कोरियाई प्रायद्वीप और जापान के बीच गिरी।
पड़ोसी देशों ने कहा कि उत्तर कोरिया ने संभवत: एक नयी तरह की अधिक गतिशील मिसाइल का परीक्षण किया है, जिसके बारे में पता लगाना कहीं ज्यादा मुश्किल है।
मिसाइल प्रक्षेपण के मद्देनजर जापान को अपने एक द्वीप के निवासियों को एहतियातन सुरक्षित जगहों पर जाने के लिए कहना पड़ा। हालांकि, बाद में इस आदेश को वापस ले लिया गया।
दक्षिण कोरिया के ‘ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ’ ने एक बयान जारी कर कहा कि उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग के पास से ऊंचाई से दागी गई यह मिसाइल एक हजार किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद कोरियाई प्रायद्वीप और जापान के बीच समुद्र में गिरी।
बयान में इस मिसाइल को मध्यम या लंबी दूरी का हथियार बताया गया है। वहीं, अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने इसे लंबी दूरी की मिसाइल बताया, जबकि जापान ने कहा कि उत्तर कोरिया ने संभवत: अंतरमहाद्वीपीय मिसाइल का परीक्षण किया है।
दक्षिण कोरिया के एक रक्षा अधिकारी ने नाम न उजागर करने की शर्त पर बताया कि उनके देश की सेना को लगता है कि उत्तर कोरिया ने एक नयी तरह की बैलिस्टिक मिसाइल का प्रक्षेपण किया, जो संभवत: ठोस ईंधन का इस्तेमाल करती है।
उत्तर कोरिया की सभी ज्ञात अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल तरल प्रणोदक का इस्तेमाल करती हैं, जिन्हें प्रक्षेपण से पहले भरे जाने की जरूरत पड़ती है, लेकिन ठोस-प्रणोदक वाले हथियार में ईंधन पहले से ही भरा होता है, जिससे उसका प्रक्षेपण कहीं आसान, तेज और सुविधाजनक हो जाता है।
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन ने अमेरिका के बढ़ते खतरों से निपटने के लिए जिन अत्याधुनिक हथियारों के विकास के संकल्प लिया है, उनमें ठोस ईंधन से संचालित अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल भी शामिल हैं।
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता एड्रियन वॉटसन ने कहा कि ताजा प्रक्षेपण ‘अनावश्यक रूप से तनाव बढ़ाता है और क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति को अस्थिर करने का जोखिम पैदा करता है।’
इससे पहले, जापान के रक्षा मंत्री यासुकाजु हमादा ने संवाददाताओं से कहा था कि उत्तर कोरिया ने संभवत: एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का प्रक्षेपण किया। उन्होंने कहा था कि मिसाइल जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र में नहीं पहुंची।
जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने संवाददाताओं से कहा था कि वह इस प्रक्षेपण पर चर्चा के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की एक बैठक बुलाने की योजना बना रहे हैं।
उत्तर कोरिया, कोरियाई प्रायद्वीप और जापान के बीच जल क्षेत्र में मिसाइल का अक्सर परीक्षण करता रहता है। उत्तर कोरिया के प्रक्षेपणों के बाद दक्षिण कोरिया और जापान अपने नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर जाने का आदेश आमतौर पर तब तक जारी नहीं करते, जब तक उन्हें यह न लगे कि ये हथियार उनके क्षेत्रों की ओर आ रहे हैं।
जापान सरकार ने बृहस्पतिवार के प्रक्षेपण के बाद उत्तरी छोर पर स्थित होक्काइदो द्वीप के लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की, लेकिन बाद में सरकार ने मिसाइल संबंधी अपने इस अलर्ट को वापस ले लिया और कहा कि उसके विश्लेषण के अनुसार, मिसाइल के होक्काइदो में गिरने की कोई संभावना नहीं है।
उत्तर कोरिया ने 2022 की शुरुआत से लेकर अब तक करीब 100 मिसाइल दागी हैं, जिनमें से कई परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हैं।
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