देश की खबरें | चार राज्यों में परिसीमन की मांग को लेकर पूर्वोत्तर के समूहों ने किया प्रदर्शन

नयी दिल्ली, 12 अगस्त केंद्र से पूर्वोत्तर के चार राज्य में परिसीमन की प्रक्रिया को तेज करने की मांग को लेकर पूर्वोत्तर छात्रों के एक फोरम सहित विभिन्न संगठनों ने शुक्रवार को यहां प्रदर्शन किया।

पूर्वोत्तर के विभिन्न समूहों के करीब 100 से 150 सदस्यों ने यहां जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया और ‘‘हमें न्याय चाहिए’’ और ‘‘हम परिसीमन की मांग करते हैं’’ के नारे लगाए।

परिसीमन मांग समिति-पूर्वोत्तर (डीडीई-एनई), अपतानी यूथ एसोसिएशन व अरुणाचल प्रदेश के अपतानी समुदाय के शीर्ष निकाय तनव सुपुन डुकुन के सदस्यों ने भी इस प्रदर्शन में हिस्सा लिया।

प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए मणिपुर के लोकसभा सदस्य और परिसीमन आयोग के सदस्य लोरहो एस. फोज़े ने कहा कि असम, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड और मणिपुर की सीमा को ‘पुनर्गठित’ करने की जरूरत है।

उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र ने इस परिसीमन प्रक्रिया को ‘‘बहुत कम महत्व’’दिया है।

फोजे ने कहा, ‘‘ यह दुख की बात है कि कई सालों के बाद भी हम ऐसी स्थिति में हैं कि लोग अब भी अपने मौलिक अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं। वे (केंद्र) परिसीमन का आदेश नहीं देने के लिए कानून-व्यवस्था की स्थिति का हवाला देते हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि केंद्र ने पूर्वोत्तर के राज्यों को बहुत कम महत्व दिया है।’’

प्रदर्शनकारियों ने कहा कि केंद्र ने परिसीमन की प्रक्रिया गत 51 साल में नहीं की है।

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