इंफाल, 21 सितंबर मणिपुर में एक प्रतिबंधित संगठन की ओर से बुधवार को आहूत 24 घंटे के बंद के दौरान इंफाल घाटी में सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है।
प्रदेश के अलग-अलग जिलों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, अंतर जिला एवं अंतराज्यीय सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था प्रभावित हुयी है ।
व्यवासायिक प्रतिष्ठान और दुकानें बंद रहीं, जबकि सड़कों पर काफी कम संख्या में निजी वाहन दिखे। स्कूल बंद रहे और सरकारी कार्यालयों में बेहद कम उपस्थिति देखी गयी।
पुलिस ने बताया कि अपराह्न ढाई बजे तक प्रदेश में कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।
इंफाल घाटी में इंफाल पूर्व, इंफाल पश्चिम, थोउबल एवं बिष्णुपुर जिले आते हैं। बंद का असर प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में कम है ।
नेशनल रिवॉल्यूशनरी फ्रंट ऑफ मणिपुर ने इस बंद का आह्वान किया है, जो घाटी का एक समूह है। उसने 73 साल पहले भारत में हुये मणिपुर के विलय के विरोध में बंद का आह्वान किया है।
वर्ष 1949 में आज के ही दिन मणिपुर के पूर्ववर्ती महाराजा ने भारत में अपने राज्य के विलय से संबंधित समझौते पर हस्ताक्षर किया था।
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