गत चार दिनों से इलाके में हो रही बारिश की वजह से प्रदूषण के स्तर में कमी देखी गई थी।
प्रदूषण सूचकांक ऐप समीर के अनुसार शनिवार पूर्वाह्न 11 बजे ग्रेटर नोएडा का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 362 दर्ज किया गया जबकि गाजियाबाद का एक्यूआई 353, नोएडा का 350 , फरीदाबाद का 317, बुलंदशहर में 329 दर्ज किया गया जो बेहद खराब श्रेणी में आता है।
इसी प्रकार बागपत में 291, गुरुग्राम में 215, आगरा में 248, मेरठ में 206 एक्यूआई दर्ज किया गया जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है।
वहीं, हापुड़ में 93, बल्लभगढ़ में 126, भिवानी में 88 एक्यूआई दर्ज किया गया।
नोएडा प्रदूषण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी प्रवीण कुमार ने बताया कि वायु प्रदूषण को रोकने के लिए जनपद में अक्टूबर माह से ग्रेप लागू है।
उन्होंने बताया कि प्रदूषण विभाग वायु प्रदूषण को रोकने के लिए कई योजनाएं चला रहा है।
वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) को 0-50 के बीच ‘बेहतर’, 51-100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘सामान्य’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बेहद खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है।
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