ठाणे (महाराष्ट्र), नौ नवंबर महाराष्ट्र में ठाणे महानगरपालिका (टीएमसी) ने कोविड-19 रोधी टीकों की एक भी खुराक नहीं लेने वाले अपने कर्मचारियों को वेतन न देने का फैसला किया है।
टीएमसी के वरिष्ठ अधिकारियों ने सोमवार को एक बैठक में यह फैसला किया। बैठक में महानगरपालिका आयुक्त डॉ. विपिन शर्मा और ठाणे के महापौर नरेश म्हास्के भी मौजूद थे।
टीएमसी की ओर से सोमवार देर रात जारी की गई आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, नगर निकाय के जिन कर्मचारियों ने टीके की पहली खुराक भी नहीं ली है, उन्हें वेतन नहीं दिया जाएगा। दूसरी खुराक लेने के पात्र होने के बावजूद टीका न लगवाने वाले कर्मचारियों को भी वेतन नहीं दिया जाएगा।
टीएमसी ने सभी नगर निकाय कर्मचारियों के लिए टीकाकरण प्रमाणपत्र अपने संबंधित कार्यालयों में जमा करना भी अनिवार्य कर दिया है।
म्हास्के ने कहा कि शहर में इस महीने के अंत तक शत प्रतिशत टीकाकरण के लक्ष्य को हासिल करने के लिए ये कदम उठाए गए हैं। शत प्रतिशत टीकाकरण के लक्ष्य को हासिल करने के लिए मंगलवार से व्यापक टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा।
महापौर ने इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए लोगों से सहयोग की अपील की। इस अभियान के तहत, ‘हर घर दस्तक’ कार्यक्रम भी चलाया जाएगा, जिसमें स्वास्थ्य कर्मचारी, आशा (मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता) कार्यकर्ता और नर्स घर-घर जाकर लोगों को टीके लगाएंगे। इसके लिए 167 दलों का गठन किया गया है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, रविवार को ठाणे में कोविड-19 के 118 नए मामले सामने आने के बाद जिले में संक्रमण के मामले बढ़कर 5,66,749 हो गए थे तथा एक और व्यक्ति की संक्रमण से मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 11,543 हो गई थी।
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