जम्मू, 19 नवंबर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोई भी बाहरी ताकत शांति और प्रगति के प्रशासन के मिशन को रोक नहीं सकती। उन्होंने यहां एक अस्पताल का दौरा किया और मुठभेड़ में घायल हुए पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली।
शीर्ष पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बृहस्पतिवार को एक मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के चार संदिग्ध आतंकवादी मारे गए और दो पुलिसकर्मी घायल हो गए।
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जम्मू शहर के बाहरी इलाके में सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों के एक समूह को ले जा रहे एक ट्रक को रोका, जिसके बाद गोलीबारी शुरू हो गई।
जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) मुकेश सिंह ने कहा आतंकवादी एक बड़ी साजिश को अंजाम देने के लिए आए थे, जिसे अब नाकाम कर दिया गया है।
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सरकारी मेडिकल कॉलेज के दौरे के दौरान उपराज्यपाल के साथ सलाहकार और वित्तीय आयुक्त, स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा अटल डुल्लू भी थे। उपराज्यपाल ने घायल पुलिसकर्मियों की उनकी बहादुरी के लिए प्रशंसा की और उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
सिन्हा ने आतंकवादियों के नापाक मंसूबों को नाकाम करने में सुरक्षा बलों की बहादुरी और त्वरित प्रतिक्रिया की सराहना की।
उपराज्यपाल ने कहा, “मैं अपनी सेनाओं द्वारा प्रदर्शित अनुकरणीय साहस और बहादुरी को सलाम करता हूं। राष्ट्र को आपकी कुशलता और इसकी संप्रभुता और अखंडता की रक्षा करने की प्रतिबद्धता पर गर्व है।
सिन्हा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए प्रगतिशील और शांतिपूर्ण भविष्य की नींव रखने के लिए प्रशासन और सुरक्षा बल दिन-रात काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, "कोई भी बाहरी ताकत हमें शांति और प्रगति के हमारे मिशन से विचलित नहीं कर सकती है।"
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