बिटकॉइन घोटाले पर पर्दा डाले जाने के कांग्रेस के आरोपों भाजपा ने किया ख़ारिज कहा- कोई बिटकॉइन घोटाला नहीं हुआ

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कथित बिटकॉइन घोटाले पर पर्दा डाले जाने के कांग्रेस के आरोपों को शनिवार को खारिज करते हुए कहा कि कोई घोटाला नहीं हुआ है. बेंगलुरु पुलिस ने भी इस मामले की जांच में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी के आरोपों को खारिज किया है.

भारतीय जनता पार्टी (Photo Credits: Wikimedia Commons)

बेंगलुरु, 13 नवंबर : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कथित बिटकॉइन घोटाले पर पर्दा डाले जाने के कांग्रेस के आरोपों को शनिवार को खारिज करते हुए कहा कि कोई घोटाला नहीं हुआ है. बेंगलुरु पुलिस ने भी इस मामले की जांच में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी के आरोपों को खारिज किया है. भाजपा की कर्नाटक इकाई के प्रवक्ता गणेश कार्णिक ने एक बयान में कहा कि किसी प्रकार का कोई घोटाला नहीं हुआ है. उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए इस घोटाले में किसी के शामिल होने का कोई भी सवाल एक विकृत कल्पना है. ’’ कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया है कि अधिकारियों द्वारा शहर के एक हैकर श्रीकृष्ण उर्फ श्रीकी से नौ करोड़ रुपये के बिटकॉइन जब्त किए जाने के बाद 'प्रभावशाली नेताओं' की इस घोटाले में संलिप्तता सामने आई है. हैकर पर सरकारी पोर्टलों को हैक करने सहित कई अन्य आरोप भी हैं. कांग्रेस के इन्हीं आरोपो के जवाब में भाजपा नेता ने प्रतिक्रिया दी. गौरतलब है कि बिटकॉइन दुनिया की एक प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी (एक तरह की डिजिटल मुद्रा) है. इस बीच, बेंगलुरु पुलिस ने एक बयान जारी के कहा कि केंद्रीय अपराध शाखा ने ‘‘निष्पक्ष एवं पेशेवर तरीके’’ से इस मामले की जांच की है.

पुलिस ने कहा, ‘‘यह दृढ़ता से कहा जाता है कि इस तरह के भ्रामक बयान अधूरे / विकृत तथ्यों के आधार पर जारी किए जा रहे हैं. ऐसे सभी बयानों का जोरदार खंडन किया जाता है.’’ उसने कहा, ‘‘हैकर श्रीकृष्ण के खातों से न तो कोई बिटकॉइन हस्तांतरित किया गया और ना ही कोई बिटकॉइन गायब हुआ.’’ पुलिस ने कहा कि यह सच्चाई है कि क्रिप्टोकरंसी की जांच के लिए बिटकॉइन खाता खोलना आवश्यक पाया गया था और आठ दिसंबर, 2020 को एक बिटकॉइन खाता खोलने के लिए सरकारी अनुमति ली गई. पुलिस ने कहा, ‘‘बिटकॉइन की पहचान और जब्ती की प्रक्रिया के दौरान, आरोपी श्रीकृष्ण ने एक बीटीसी वॉलेट दिखाया, जिसमें 31.8 बिटकॉइन थे.’’ उसने बताया कि इसके अलावा, उक्त बिटकॉइन को पुलिस वॉलेट खाते में हस्तांतरित करने के लिए पासवर्ड का उपयोग करने के लिए अदालत से अनुमति ली गई थी, लेकिन कुछ तकनीकी कारणों से श्रीकृष्ण के खाते से कोई बिटकॉइन पुलिस के वॉलेट में स्थानांतरित नहीं हो सका. चुराए गए 14,682 बिटफिनेक्स बिटकॉइन स्थानांतरित किए गए जाने के व्हेल अलर्ट द्वारा ट्विटर पर किए दावों को लेकर पुलिस ने कहा कि ये दावे पूरी तरह से निराधार हैं. बड़ी संख्या में वेबसाइट हैक करने के श्रीकृष्ण के दावों पर पुलिस ने कहा कि साइबर विशेषज्ञों द्वारा की गई डिजिटल साक्ष्यों की सावधानीपूर्वक जांच से पता चला है कि उसके अधिकतर दावे निराधार थे. उसने कहा कि बेंगलुरु पुलिस ने इस साल उचित माध्यमों से (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय और इंटरपोल को सूचित किया है. यह भी पढ़ें : Maharashtra: महाराष्ट्र में मारे गए 26 नक्सलियों में तेलतुंबडे भी शामिल- महाराष्ट्र पुलिस

श्रीकृष्ण को पुलिस हिरासत में कथित रूप से जबरन अल्प्राजोलम दिए जाने के आरोपों पर पुलिस ने कहा कि अदालत के आदेश पर उसके रक्त एवं मूत्र के नमूने वैज्ञानिक जांच के लिए फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला भेजे गए थे और जांच में उसके नमूनों में इस प्रकार की दवा की कोई मात्रा नहीं पाई गई है. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि देश का सबसे बड़ा बिटकॉइन घोटाला हुआ है और राज्य की भाजपा सरकार इस पर पर्दा डाल रही है. विपक्षी पार्टी ने यह भी कहा कि इस मामले की जांच के लिए उच्चतम न्यायालय के एक न्यायाधीश की निगरानी में विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया जाए. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘बिटकॉइन घोटाला बड़ा है, लेकिन बिटकॉइन घोटाले पर पर्दा डालना इससे भी बड़ा है. क्योंकि इससे किसी के अहंकार पर पर्दा डालना है.’’ कांग्रेस महासचिव और कर्नाटक प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह हिंदुस्तान का सबसे बड़ा बिटकॉइन घोटाला है. इसके तार 14-15 मुल्कों से जुड़े हैं. इस मामले में हर चीज पर पर्दा डालने के षड्यंत्रकारी प्रयास किए गए. एनआईए और दूसरी एजेंसियों को अंधेरे में रखा गया. कर्नाटक की भाजपा सरकार इस मामले पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है.’

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