हैदराबाद, 28 जनवरी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर राज्य के लोगों को 'धोखा' देने का आरोप लगाते हुए ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को कहा कि इन्हें लोगों से माफी मांगनी चाहिए।
एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा कि नीतीश अक्सर कहा करते हैं कि ओवैसी भाजपा की ‘बी-टीम’ हैं लेकिन अब जनता दल (यूनाइटेड) प्रमुख ने 'बेशर्मी' से उस पार्टी से हाथ मिला लिया है।
ओवैसी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ''तीनों दलों (जद-यू, राजद और भाजपा) ने मिलकर बिहार के लोगों को उन मुद्दों पर धोखा दिया है, जिनके बारे में वे बात करते थे, वादे करते थे और (वे) अपनी राजनीतिक विचारधारा को लेकर लड़ते थे। इसमें नीतीश की भूमिका बड़ी है।''
उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश के कृत्यों को 'राजनीतिक अवसरवादिता' कहना अतिशयोक्ति होगी क्योंकि उन्होंने 'हर चीज का रिकॉर्ड तोड़ दिया है'।
औवेसी ने कहा कि वह लंबे समय से कह रहे थे कि नीतीश फिर से भाजपा के साथ चले जाएंगे।
तेजस्वी पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने कहा कि पूर्व में राजद ने बिहार में एआईएमआईएम के चार विधायकों को तोड़ा था और अब इस पार्टी के साथ भी वही खेल हुआ।
उन्होंने कहा, ''मैं तेजस्वी यादव से पूछना चाहता हूं। अब कैसा लग रहा है? आपने हमारे चार विधायकों को तोड़ा था। क्या अब आपको कोई दर्द महसूस हुआ? क्या आपको अहसास हुआ कि जो खेल आपने हमारे साथ खेला था वही खेल अब आपके साथ हो गया।''
हैदराबाद से सांसद ने दावा किया कि नीतीश अब नाममात्र के मुख्यमंत्री होंगे और राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) एवं केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार बिहार का शासन चलाएगी।
उन्होंने दावा किया कि एआईएमआईएम इसे रोकने की कोशिश कर रही है।
ओवैसी ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ नीतीश द्वारा 'आपत्तिजनक' टिप्पणियां करने के मामले में भी प्रधानमंत्री मोदी ने जद(यू) अध्यक्ष के खिलाफ बयान दिया था लेकिन अब उनके साथ हैं।
एआईएमआईएम नेता ने कहा कि बिहार के लोगों को धोखा दिया गया और राज्य का विकास रुक गया है।
नीतीश ने एकबार फिर से पाला बदलने के बाद रविवार को रिकॉर्ड नौवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
उन्होंने ‘महागठबंधन’ और विपक्षी दलों के ‘इंडिया’ गठबंधन से संबंध विच्छेद करने के बाद भाजपा के साथ मिलकर राज्य में नयी सरकार बनाई, जिससे (भाजपा से) लगभग डेढ़ साल पहले उन्होंने नाता तोड़ लिया था।
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