Karnataka: कर्नाटक में भारी बारिश के कारण नौ लोगों की मौत, तीन लापता

कर्नाटक में मूसलाधार बारिश के कारण अभी तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है और तीन व्यक्ति लापता हैं. राज्य के कई तटीय इलाकों, मलनाड और अंदरूनी क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है और भूस्खलन हुए हैं. यह जानकारी शनिवार को अधिकारियों ने दी.

मानसून (pixabay)

बेंगलुरू, 25 जुलाई : कर्नाटक (Karnataka) में मूसलाधार बारिश के कारण अभी तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है और तीन व्यक्ति लापता हैं. राज्य के कई तटीय इलाकों, मलनाड और अंदरूनी क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है और भूस्खलन हुए हैं. यह जानकारी शनिवार को अधिकारियों ने दी. निचले इलाकों से 31,360 लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया है जबकि 22,417 लोग सरकार द्वारा खोले गए 237 राहत शिविरों में रह रहे हैं. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की तरफ से साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक 45 तालुका के 283 गांवों में भारी बारिश से 36,498 लोग प्रभावित हुए हैं. 22 जुलाई से हुई मौतों में से उत्तर कन्नड़ जिले में चार, बेलगावी में दो और चिकमंलुरू, धारवाड़ तथा कोडागु में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है. उत्तर कन्नड़ में सात स्थानों पर, चिकमंगलुरू में चार, कोडागु में तीन और शिवमोगा तथा हासन जिलों में एक-एक स्थान पर भूस्खलन हुए हैं.

वर्षा जनित घटनाओं में 2600 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हुए हैं और 78 पशुओं की मौत हुई है. बाढ़ एवं बारिश के कारण 58,961 हेक्टेयर में लगी फसलें, 1962 हेक्टेयर में बागवानी की फसलें क्षतिग्रस्त हुई हैं. इससे 555 किलोमीटर सड़कें, 3500 से अधिक बिजली के खंभे और 342 ट्रांसफॉर्मर भी बर्बाद हुए हैं. कर्नाटक राज्य प्राकृतिक आपदा प्रबंधन केंद्र के मुताबिक, मध्य, उत्तर कन्नड़, शिवमोगा, बेलगावी, हासन, चिकमंगलुरू, धारवाड़, दक्षिण कन्नड़ और कोडागु जिलों में शनिवार को भारी से अत्यधिक भारी बारिश हुई. शिवमोगा के तीर्थाहल्ली तालुक के कुडुमल्लीगे में सर्वाधिक 355 मिमी बारिश हुई. मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने आज सुबह प्रभावित जिलों के उपायुक्तों, प्रभारी मंत्रियों से बात की और उनसे अपने संबंधित जिलों में रहने और राहत एवं बचाव अभियानों की निगरानी करने के निर्देश दिये हैं. मुख्यमंत्री खुद रविवार को उत्तरी कर्नाटक के बाढ़ प्रभावित सीमावर्ती जिले बेलगावी की यात्रा कर हालात का जायजा लेंगे. यह भी पढ़ें : अनुत्तीर्ण छात्रों के मामले में डब्ल्यूबीसीएचएसई ने स्कूलों के प्रमुखों को चर्चा के लिए बुलाया

मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक बयान में बताया, ‘‘ मुख्यमंत्री ने आज सुबह जिला प्रभारी मंत्रियों और विभिन्न जिलों के उपायुक्तों से बातचीत की और संबंधित क्षेत्रों में बारिश और बाढ़ की स्थिति के बारे में जानकारी ली. उन्होंने प्रभारी मंत्रियों को अपने संबंधित जिलों में रहने के निर्देश दिये हैं.’’ कार्यालय ने मुख्यमंत्री के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने संबंधी जानकारी भी दी. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार कल शाम तक राज्य के 18 तालुकाओं में 131 गांव और 16,213 लोग बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं. मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने शुक्रवार को बेलगावी, उत्तर कन्नड़, शिवमोगा, हावेरी, चिकमंगलुरु, धारवाड़ के जिला अधिकारियों के साथ ऑनलाइन बैठक की और नदी तटों के निकट निचले इलाके में रहनेवाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिये. राज्य में और पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र के कई बांध में पानी लबालब भर चुका है और नदियों में पानी छोड़ा जा रहा है जिससे निचले और नदी के तटीय इलाके जलमग्न हो रहे हैं

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