नयी दिल्ली, 10 अप्रैल राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने पिछले साल झारखंड में सुरक्षा बलों पर हमला करने की माओवादियों की साजिश से जुड़े मामले में 14 स्थानों पर छापे मारे और एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
एनआईए के एक प्रवक्ता ने बताया कि लोहरदगा में नौ और लातेहार जिले में पांच स्थानों पर संदिग्धों के परिसर पर छापे मारे गए।
उन्होंने बताया कि छापों के दौरान एक देसी पिस्तौल के साथ छह कारतूस, एक मैगजीन, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और वित्तीय लेनदेन तथा संपत्ति से जुड़े दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं।
अधिकारी ने बताया कि लोहरदगा में एक स्थान से झारखंड के चकला गांव के निवासी साजन कुमार को गिरफ्तार किया गया।
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘कुमार संदिग्ध राजू कुमार उर्फ राजू साव के स्वामित्व वाले राजू ब्रिक्स नाम के ईंट भट्ठे में ‘मुंशी’ के तौर पर काम करता था। साव कथित तौर पर माओवादी रवींद्र गंझू की ओर से उगाही करता था और उस धन का निवेश करता था और साजन कुमार को इस लेन-देन की पूरी जानकारी थी। गंझू अभी गिरफ्तारी से बच रहा है।’’
उन्होंने बताया कि एनआईए द्वारा मामले की जांच संभालने से पहले झारखंड पुलिस ने भारतीय दंड संहिता, शस्त्र अधिनियम, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम कानून की विभिन्न धाराओं के तहत 18 जून को नौ आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया था।
एनआईए ने कहा कि जांच के बाद उसने पाया कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के सक्रिय सदस्यों के साथ क्षेत्रीय समिति के सदस्य गंझू ने सुरक्षा बलों पर हमला करने के लिए एक आपराधिक साजिश रची और वे बुलबुल के जंगल में एकत्रित हुए।
प्रवक्ता ने बताया कि स्थानीय पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने पिछले साल फरवरी में संयुक्त अभियान चलाया था, जिस दौरान माओवादियों ने उन पर अंधाधुंध गोलियां चलायी थी।
उन्होंने बताया कि जब सुरक्षा बलों ने आसपास के इलाके को घेरा तो बड़ी मात्रा में हथियार, गोला बारुद, विस्फोटक और अन्य सामान बरामद किए, जिसके बाद झारखंड में पेशरार पुलिस थाने में यह मामला दर्ज किया गया।
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