नयी दिल्ली, 12 सितंबर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश में दो सैन्य अधिकारियों और उनकी दो महिला मित्रों पर कथित हमले तथा इनमें से ‘‘एक महिला से दुष्कर्म’’ की घटना को लेकर बृहस्पतिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों को लेकर भाजपा की सरकारों का रवैया नकारात्मक है।
उन्होंने यह दावा भी किया कि भाजपा शासित राज्यों में कानून-व्यवस्था की स्थिति लगभग ध्वस्त हो चुकी है।
मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में मंगलवार देर रात बदमाशों ने पिकनिक मना रहे दो युवा सैन्य अधिकारियों और उनकी दो महिला मित्रों पर हमला कर दिया और उनमें से एक महिला से कथित रूप से बलात्कार किया। इस घटना के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
राहुल गांधी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘मध्य प्रदेश में सेना के दो जवानों के साथ हिंसा और उनकी महिला साथी के साथ दुष्कर्म पूरे समाज को शर्मसार करने के लिए काफी है। भाजपा शासित राज्यों की कानून व्यवस्था लगभग अस्तित्वहीन है और महिलाओं के खिलाफ़ दिन प्रतिदिन बढ़ते अपराधों पर भाजपा सरकार का नकारात्मक रवैया अत्यंत चिंताजनक।’’
उन्होंने कहा कि अपराधियों का ये दुस्साहस प्रशासन की पूर्ण नाकामी का परिणाम है और इस कारण देश में पनपता असुरक्षित वातावरण भारत की बेटियों की स्वतंत्रता, उनकी आकांक्षाओं पर बंदिश है।
राहुल गांधी का कहना था कि समाज और सरकार दोनों के लिए यह शर्मिंदगी का विषय है और उन्हें गंभीरता से विचार करना चाहिए कि देश की आधी आबादी की रक्षा की ज़िम्मेदारी से कब तक आंख चुराएंगे।’’
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने इस घटना को लेकर ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘मध्य प्रदेश में सेना के अधिकारियों को बंधक बनाकर महिला से सामूहिक दुष्कर्म एवं उत्तर प्रदेश में राजमार्ग पर एक महिला का निर्वस्त्र शव मिलने की घटनाएं दिल दहलाने वाली हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘देश में हर दिन 86 महिलाएं बलात्कार और बर्बरता का शिकार हो रही हैं। घर से लेकर बाहर तक, सड़क से लेकर दफ्तर तक, महिलाएं कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं। देश की आधी आबादी न सिर्फ असुरक्षित है, बल्कि ऐसी बर्बरताओं की वजह से हर दिन करोड़ों महिलाओं का हौसला टूटता है।’’
प्रियंका गांधी के अनुसार, महिलाओं की सुरक्षा को लेकर प्रधानमंत्री जी बड़ी-बड़ी बातें तो करते हैं लेकिन देश भर की महिलाएं अब भी अपनी सुरक्षा के लिए एक गंभीर प्रयास का इंतजार कर रही हैं।
उन्होंने सवाल किया, ‘‘यह इंतजार आखिर कब खत्म होगा?’’
हक
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