तुर्कु (फिनलैंड), 18 जून भारत के ओलंपिक और विश्व चैम्पियन भालाफेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने एक महीने बाद वापसी करते हुए पावो नुरमी खेलों में मंगलवार को पहली बार स्वर्ण पदक जीता ।
चोपड़ा ने 2022 में यहां रजत पदक जीता था । उन्होंने तीसरे प्रयास में 85 . 97 मीटर के साथ स्वर्ण पदक हासिल किया ।
फिनलैंड के टोनी केरानेन ने 84 . 19 मीटर के थ्रो के साथ रजत पदक जीता । वहीं उनके हमवतन और पिछली बार के स्वर्ण पदक विजेता ओलिवर हेलांडेर को कांस्य पदक जीता जिन्होंने 83 . 96 मीटर का थ्रो फेंका ।
चोपड़ा ने 83 . 62 मीटर के साथ शुरूआत की । दूसरे दौर में हेलांडेर ने 83 . 96 मीटर के साथ बढत बना ली लेकिन तीसरे दौर में चोपड़ा ने 85 . 97 मीटर के साथ फिर बढत हासिल कर ली जो अंत तक बनी रही ।
26 वर्ष के चोपड़ा ने तीसरे प्रयास के बाद हाथ उठाकर अपने अंदाज में तेज आवाज निकालकर जश्न मनाया ।
पेरिस ओलंपिक में स्वर्ण के दावेदार चोपड़ा ने दो साल पहले इस टूर्नामेंट में 89 . 30 मीटर के साथ रजत पदक जीता था ।
दो बार के विश्व चैम्पियन ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स 82 . 58 मीटर के थ्रो के साथ चौथे स्थान पर रहे जबकि 2012 ओलंपिक चैम्पियन त्रिनिदाद और टोबैगो के केशोर्न वालकॉट 81 . 93 मीटर के साथ छठे स्थान पर रहे ।
चोपड़ा ने पिछले महीने एहतियात के तौर पर ओस्ट्रावा गोल्डन स्पाइक से नाम वापिस ले लिया था चूंकि वह जांघ के भीतरी हिस्से की मांसपेशी में असहज महसूस कर रहे थे ।
उन्होंने सत्र की शुरूआत मई में दोहा डाइमंड लीग में 88 . 36 मीटर के थ्रो के साथ दूसरे स्थान पर रहकर की । उन्होंने भुवनेश्वर में फेडरेशन कप राष्ट्रीय सीनियर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में भी भाग लेकर 82 . 27 मीटर के साथ स्वर्ण पदक जीता।
अब वह सात जुलाई को पेरिस डायमंड लीग में भाग लेंगे । पंचकूला में 27 जून से होने वाली राष्ट्रीय अंतर प्रांत एथलेटिक्स में वह नहीं खेलेंगे ।
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