हैदराबाद, चार नवंबर तेलंगाना सरकार ने शनिवार को आरोप लगाया कि राष्ट्रीय बांध सुरक्षा प्राधिकरण (एनडीएसए) ने कालेश्वरम परियोजना के मेडीगड्डा बैराज के संबंध में प्रस्तुत विवरण की जांच किए बिना राज्य सरकार को "जल्दबाजी में" एक पत्र भेज दिया।
तेलंगाना के अतिरिक्त मुख्य सचिव (सिंचाई) रजत कुमार ने एनडीएसए के अध्यक्ष संजय कुमार सिब्बल को लिखे पत्र में कहा कि विभाग ने टिप्पणियों और सुझावों का व्यापक रूप से अध्ययन किया और पाया कि उनमें से कई या तो "अप्रमाणित हैं या तथ्यों को पूरी तरह से समझे बिना प्रकट किए गए हैं।”
बैराज का निरीक्षण करने वाले एनडीएसए ने शुक्रवार को तेलंगाना सरकार को एक पत्र भेजा था, जिसमें कहा गया था कि एनडीएसए को सरकार से मांगे गए सभी विवरण नहीं मिले हैं।
मेडीगड्डा बैराज विवाद तेलंगाना में एक राजनीतिक मुद्दा बन गया है, जहां विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
एनडीएसए के सदस्य (आपदा एवं प्रतिरोधी क्षमता) के नेतृत्व में छह सदस्यीय समिति ने मेडीगड्डा बैराज के घाटों के डूबने के कारणों की गहन जांच करने के लिए 23 से 25 अक्टूबर तक बैराज का दौरा किया था।
तेलंगाना के मुख्य सचिव को लिखे एक पत्र में, एनएसडीए के अध्यक्ष सिब्बल ने कहा कि जब तक मेडीगड्डा बैराज की पूरी तरह से मरम्मत नहीं कर ली जाती, तब तक यह उपयोग किए जाने योग्य नहीं रह गया है।
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