नयी दिल्ली, 25 दिसंबर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मशती के अवसर पर बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा के आवास पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के नेताओं की बैठक हुई।
बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, जद (यू) नेता और केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह, अपना दल (एस) की अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के साथ-साथ जद (एस) नेता और केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी मौजूद थे।
बैठक में बिहार के हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (एस) के नेता जीतन राम मांझी, राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) के अध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य उपेंद्र कुशवाहा और भारत धर्म जन सेना के अध्यक्ष तुषार वेल्लापल्ली भी मौजूद थे।
बैठक के एजेंडे के बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों ने बताया कि इस बैठक में सुशासन और राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा हुई।
सुशासन वाजपेयी सरकार का एक प्रमुख विषय था।
पहली बार गठबंधन सरकार को सफलतापूर्वक चलाने वाले भाजपा के दिग्गज नेता पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर गठबंधन की बैठक आयोजित करने का निर्णय लिया गया।
नड्डा ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ''आज नयी दिल्ली में राजग नेताओं की बैठक में भाग लिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत अभूतपूर्व मील के पत्थर हासिल कर रहा है और खुद को वैश्विक महाशक्ति के रूप में स्थापित कर रहा है।"
उन्होंने कहा, "राजग सरकार सभी के लिए एक उज्ज्वल और समृद्ध भविष्य सुनिश्चित करने के वास्ते 'विकसित भारत' के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने में दृढ़ है।"
उत्तर प्रदेश के निषाद पार्टी के प्रमुख संजय निषाद ने कहा कि वाजपेयी की जन्मशती के अवसर पर राजग नेताओं की यह अनौपचारिक बैठक थी।
उन्होंने कहा, "हमारी भविष्य की रणनीति मिलकर आगे बढ़ने की है। हमें आगामी सभी चुनावों में एकता दिखानी होगी। बैठक में सभी ने हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में जीत के लिए भाजपा नेताओं को बधाई दी।"
निषाद ने कहा कि बैठक में गठबंधन की रणनीति पर भी चर्चा की गई ताकि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किए गए 'सभी काम' जमीन तक पहुंचें और 'चुनाव के दौरान लोगों से किए गए वादे' पूरे हों।
उन्होंने कहा कि बैठक में मछुआरा समुदाय को आरक्षण देने का मुद्दा भी उठा।
उन्होंने कहा, "मैंने मछुआरा समुदाय को आरक्षण देने के मुद्दे पर 30-37 पेज का साक्ष्य दिया था क्योंकि यह एक चुनावी वादा था। वे एक सप्ताह बाद हमें बुलाएंगे और इस पर चर्चा करेंगे।"
यह पूछे जाने पर कि क्या बैठक में आम्बेडकर पर शाह की टिप्पणी के मुद्दे पर चर्चा हुई, निषाद पार्टी प्रमुख ने कहा, ''... हम लोगों के कल्याण के लिए आए हैं। उसमें सफलता कैसे प्राप्त की जाए, उस पर ऊर्जा खर्च करने की जरूरत है।"
विपक्षी दलों की ओर इशारा करते हुए कहा कि नकारात्मक विचारों का जवाब देने की कोई आवश्यकता नहीं है।
राजग की बैठक 'एक देश एक चुनाव' संबंधी विधेयक के संसद में पेश किए जाने के कुछ दिन बाद हुई है। राजग के घटक दलों ने इसका समर्थन किया है।
एक साथ चुनाव कराने के लिए दो विधेयकों को हाल ही में संपन्न संसद सत्र में लोकसभा में पेश किया गया था। बाद में इसे जांच के लिए संसद की संयुक्त समिति में भेजा गया था। समिति की बैठक आठ जनवरी को होने की उम्मीद है।
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