संसद परिसर में शरद पवार गुट के लिए है ‘राकांपा’ कार्यालय: लोकसभा सचिवालय

संसद भवन परिसर में एक कक्ष अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) को आवंटित किए जाने संबंधी विवाद के बीच लोकसभा सचिवालय ने स्पष्ट किया है कि यह कक्ष शरद पवार के नेतृत्व वाले गुट के लिए है.

Sharad Pawar - ANI

नयी दिल्ली, 21 सितंबर : संसद भवन परिसर में एक कक्ष अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) को आवंटित किए जाने संबंधी विवाद के बीच लोकसभा सचिवालय ने स्पष्ट किया है कि यह कक्ष शरद पवार के नेतृत्व वाले गुट के लिए है. लोकसभा सचिवालय की संपत्ति और विरासत प्रबंधन शाखा ने 11 सितंबर को संसद भवन और संविधान सदन (पुराने संसद भवन) में छोटे दलों को आवंटित कमरों की एक सूची सामने जारी की थी. सूची के अनुसार, राकांपा को संविधान सदन में कक्ष 126-डी आवंटित किया गया था. चूंकि शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा (शरदचंद्र पवार) के पास ‘‘असली’’ राकांपा से अधिक सांसद हैं, इसलिए कमरे के आवंटन ने महाराष्ट्र में विवाद को जन्म दे दिया.

अगले दिन लोकसभा सचिवालय ने एक शुद्धिपत्र जारी किया, जिसमें कहा गया कि यह कमरा राकांपा (शरदचंद्र पवार) को आवंटित किया गया है. राकांपा (शरदचंद्र पवार) के आठ लोकसभा सदस्य हैं जबकि राकांपा का एक सदस्य है. राज्यसभा में राकांपा के तीन सदस्य हैं जबकि शरद पवार के नेतृत्व वाले गुट के दो सदस्य हैं. महाराष्ट्र के दो अन्य दलों- एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना (यूबीटी) को संविधान सदन में अगल-बगल के कक्ष आवंटित किए गए हैं. शिवसेना (यूबीटी) के पास संविधान सदन (पुराने संसद भवन) का वही कक्ष रहेगा, जो पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पास होता था. यह भी पढ़ें : दिल्ली की दो महिला मुख्यमंत्र‍ियों के साथ जानें क्या जुड़ा है इतिहास, आतिशी की राह नहीं है आसान

सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रमुख सहयोगी तेलुगु देशम पार्टी को नए संसद भवन में एक कक्ष आवंटित किया गया है. राजग के एक अन्य प्रमुख घटक जनता दल (यू) को संविधान सदन में एक कमरा उपलब्ध कराया गया है. राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा रखने वाली आम आदमी पार्टी को भी पुराने संसद भवन में एक कक्ष आवंटित किया गया है. ये कक्ष 18वीं लोकसभा के कार्यकाल के लिए आवंटित किए गए हैं, जिसका गठन संसदीय चुनाव के बाद जून में हुआ था. संख्याबल के आधार पर राजनीतिक दलों को संसद परिसर में कमरे आवंटित किए जाते हैं जहां वे बैठकें करते हैं. राजनीतिक दलों के सांसद कक्ष का उपयोग आराम करने और खानपान के लिए भी करते हैं.

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