नयी दिल्ली, 12 जून राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) ने सोमवार को बैठक की और चक्रवात ‘बिपारजॉय’ को लेकर गुजरात सरकार तथा केंद्रीय एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा की और राज्य को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
आधिकारिक बयान में कहा गया कि मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है और जो समुद्र में हैं, उन्हें सुरक्षित स्थान पर वापस बुलाया गया है।
इसमें कहा गया कि अब तक कुल 21,000 नौकाएं खड़ी की जा चुकी हैं और निकासी के उद्देश्य से जोखिम वाले सभी गांवों की एक सूची तैयार की गई है।
बयान के अनुसार, भारत मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक ने कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में हुई बैठक में एनसीएमसी को पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर अत्यधिक प्रचंड चक्रवाती तूफान बिपारजॉय की वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी दी।
चक्रवात के बुधवार सुबह तक उत्तर की ओर बढ़ने और फिर बृहस्पतिवार दोपहर तक जखाऊ बंदरगाह (गुजरात) के पास मांडवी (गुजरात) और कराची (पाकिस्तान) के बीच सौराष्ट्र और कच्छ तथा आसपास के पाकिस्तानी तटों को पार करने की संभावना है।
बयान में कहा गया कि उस समय तक, यह 125-150 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति वाली हवाओं के साथ थोड़ा कम होकर अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा।
इसमें कहा गया कि गुजरात के मुख्य सचिव ने एनसीएमसी को चक्रवाती तूफान के संभावित रास्ते में आने वाली आबादी की सुरक्षा के लिए की जा रही तैयारियों और स्थानीय प्रशासन द्वारा किए जा रहे उपायों से अवगत कराया।
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