देश की खबरें | एनसीसी कैडेट बड़े सपने देखें, परिवर्तनकर्ता और कल के नेता बनने का प्रयास करें : सेना प्रमुख

नयी दिल्ली, नौ जनवरी सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के कैडेट के रूप में अपने दिनों को याद किया और युवाओं से बड़े सपने देखने के साथ ही उनसे कल के ‘‘परिवर्तनकर्ता, नवप्रवर्तक और नेता’’ बनने का आग्रह किया।

जनरल द्विवेदी दिल्ली छावनी में जारी ‘राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) रिपब्लिक डे कैंप’ में शामिल हुए और उन्होंने वहां मौजूद कैडेट तथा अधिकारियों को संबोधित किया। जनरल द्विवेदी ने एनसीसी के एक अभियान दल को शुभकामनाएं भी दीं, जो इस वर्ष के अंत में माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने का प्रयास करेगा।

सेना प्रमुख ने कहा, ‘‘ एनसीसी का हिस्सा बनना जीवन जीने का एक तरीका है। कैडेट के रूप में बिताए गए प्रारंभिक वर्ष आपमें से प्रत्येक की एक विशिष्ट पहचान बनाएंगे और आगे चलकर आपके जीवन की उपलब्धियों की नींव रखेंगे।’’

जनरल द्विवेदी ने कहा कि यह जानना भी उत्साहवर्धक है कि 2024 में 100 छात्र कैडेट और 10 छात्रा कैडेट एनसीसी की प्रवेश योजनाओं के माध्यम से सेना की प्री-कमीशनिंग प्रशिक्षण अकादमियों में शामिल हुए, जबकि 8,800 से अधिक एनसीसी कैडेट अग्निवीर के रूप में सेना में शामिल हुए।

शिविर में पहुंचने पर सेना प्रमुख का एनसीसी कैडेटों ने स्वागत किया। बाद में, उन्होंने ध्वज क्षेत्र में उनमें से कुछ के साथ बातचीत भी की, साथ ही कुछ को स्मृति चिह्न भेंट किए।

कार्यक्रम स्थल पर सभागार में उन्हें सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी देखने को मिलीं।

उन्होंने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘ आप सभी को वर्दी पहने देखकर मुझे पुरानी यादें ताजा हो गईं। मुझे याद आ रहा है कि मेरा एनसीसी नामांकन नंबर -73727 था। मुझे वे दिन भी याद आ रहे हैं जो मैंने एनसीसी कैडेट के रूप में बिताए थे।’’

मध्य प्रदेश के रीवा स्थित सैनिक स्कूल के पूर्व छात्र जनरल द्विवेदी ने कहा कि उन्हें एनसीसी पूर्व छात्र संघ का हिस्सा बनकर गर्व महसूस हो रहा है।

उन्होंने अपने संबोधन में कहा, ‘‘प्रिय कैडेट्स, आज जब मैं आपकी ओर देख रहा हूं तो मैं न केवल कल के नेताओं को देख रहा हूं, बल्कि हमारे देश की विरासत और भविष्य के संरक्षकों को भी देख रहा हूं। इस महान राष्ट्र के युवा नागरिकों के रूप में आप भारत के परिवर्तन और विकास की कहानी का अभिन्न अंग हैं।’’

सेना प्रमुख ने कैडेटों से आग्रह किया कि वे स्वयं पर विश्वास रखें तथा ‘‘उत्कृष्टता की खोज में कड़ी मेहनत और समर्पण को अपना साथी बनाएं।’’

जनरल द्विवेदी ने सामुदायिक सेवा, रक्तदान कार्यक्रम, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक मुद्दों पर जागरुकता फैलाने में कैडेटों के प्रयासों की प्रशंसा भी की।

जनरल द्विवेदी ने कहा कि भारतीय सेना एनसीसी के साथ अपने सहयोग और समर्थन पर बहुत गर्व महसूस करती है। उन्होंने कहा कि एक समय में 12,500 से अधिक सैन्यकर्मी एनसीसी में स्टाफ के रूप में तैनात थे।

देश भर से कुल 2,361 एनसीसी कैडेट एक महीने तक जारी रहने वाले ‘रिपब्लिक डे कैंप’ में भाग ले रहे हैं। यह आयोजन 30 दिसंबर से शुरू हुआ और 27 जनवरी को प्रधानमंत्री की रैली के साथ समाप्त होगा।

इस वार्षिक कार्यक्रम में 917 छात्रा कैडेट भी भाग ले रही हैं, जो अब तक का सबसे बड़ा दल है।

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