देश की खबरें | नगा राजनीतिक समस्या का मुद्दा आधारित समाधान किया जाए :एनएससीएन-आईएम

कोहिमा, 14 अगस्त एनएससीएन-आईएम ने रविवार को दावा किया कि यदि केंद्र नगा राजनीतिक समस्या का समाधान नहीं निकाल सकता है तो उसके (भारत सरकार के) साथ बातचीत करना निरर्थक है।

एनएससीएन-आईएम के महासचिव टी. मुइवा ने कहा कि नगा ‘‘मुद्दा आधारित समाधान चाहते हैं और वे नहीं चाहते कि केंद्र की इच्छा उन पर थोपी जाए। ’’

उल्लेखनीय है कि केंद्र और नेशनलिस्ट सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालिम (इसाक-मुइवा) के बीच 2015 में एक फ्रेमवर्क समझौते पर हस्ताक्षर किया गया था। दशकों पुरानी समस्या के हल के लिए 1997 में एक संघर्ष विराम समझौता होने के बाद से 80 से अधिक दौर की वार्ता होने के पश्चात यह कदम उठाया गया था।

हालांकि, अंतिम समाधान अब भी कोसों दूर है क्योंकि एनएससीएन-आईएम नगा लोगों के लिए एक अलग ध्वज और संविधान की मांग पर अड़ा हुआ है।

मुइवा ने कहा कि नगा शांति चाहते हैं लेकिन स्वतंत्रता के बगैर शांति विवेकपूर्ण विचार नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘हम एक समझौता चाहते हैं लेकिन यदि यह समाधान नहीं कर सकता तो यह व्यर्थ होगा।’’

उन्होंने दीमापुर के बाहरी इलाके में हेब्रोन में एक कार्यक्रम में यह कहा।

मुइवा ने भारत सरकार के साथ संघर्ष विराम समझौता हुए 25 साल हो जाने का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘राजनीतिक बातचीत शुरू नहीं करने वाले संघर्ष विराम का कोई मतलब नजर नहीं आता...यदि कोई समाधान नहीं निकाला जाता है तो एनएससीएन-आईएम वार्ता को निरर्थक समझता है।’’

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