स्पेन के 35 वर्ष के इस धुरंधर ने इटली के माटियो बेरेत्तिनी को 6-3, 6-2, 3-6, 6-3 से हराकर छठी बार आस्ट्रेलियाई ओपन के फाइनल में प्रवेश किया, जहां उनका सामना दूसरी वरीयता प्राप्त दानिल मेदवेदेव से होगा।
यूएस ओपन चैंपियन मेदवेदेव ने एक अन्य सेमीफाइनल में स्टेफनोस सिटसिपास को 7-6 (5), 4-6, 6-4, 6-1 से पराजित किया। मेदवेदेव ओपन युग में पहले ऐसे खिलाड़ी बनने की कवायद में हैं जिन्होंने अपना पहला ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने के बाद अगले ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट में भी जीत दर्ज की।
साल के इस पहले ग्रैंडस्लैम से पूर्व कोरोना संक्रमण और चोटों से जूझते आये नडाल को खुद पता नहीं था कि उनका सफर कितना लंबा होगा । उन्होंने तैयारी के लिये हुआ एक टूर्नामेंट जीता और यहां वह लगातार छह मैच जीत चुके हैं । एक और मैच जीतकर वह फेडरर और जोकोविच को पीछे छोड़ देंगे । इसके साथ ही सभी चार ग्रैंडस्लैम कम से कम दो बार जीतने वाले दूसरे पुरूष खिलाड़ी बन जायेंगे ।
नडाल ने कहा ,‘‘ मेरा फोकस सिर्फ आस्ट्रेलियाई ओपन खिताब पर है । मैं यहां थोड़ा बदकिस्मत रहा और चोटों के कारण कई बार नहीं जीत सका । एक बार यहां जीता हूं और कभी सोचा नहीं था कि 2022 में फिर जीत के करीब पहुंच पाऊंगा ।’’
अब तक सिर्फ एक बार 2009 में आस्ट्रेलियाई ओपन जीत सके नडाल ने पहले दोनों सेटों में दबदबा बनाये रखा और इतालवी प्रतिद्वंद्वी को कोर्ट के चारों ओर दौड़ाया । दूसरे सेट में उन्होंने 4-0 की बढत बना ली। सातवीं वरीयता प्राप्त बेरेत्तिनी 11 प्रयासों में सिर्फ एक बार अपनी दूसरी सर्विस पर अंक बना सके ।
भारी बारिश के कारण रॉड लेवर एरेना की छत बंद कर दी गई जिससे भीतर काफी उमस हो गई थी । ऐसे में गेंद भारी और सपाट हो गई थी । पहले दो सेट में सभी लंबी रेलियां छठी वरीयता प्राप्त स्पेनिश धुरंधर नडाल के पक्ष में गई।
तीसरे सेट में बेरेत्तिनी ने वापसी की और आठवें गेम में तीन ब्रेक प्वाइंट बनाकर दूसरे को भुनाया और 5-3 की बढत बना ली । उन्होंने अगले गेम में सर्विस बरकरार रखते हुए लगातार चार अंकों के साथ मैच को चौथे सेट में खिंचा ।
चौथे सेट के आठवें गेम में नडाल ने उनकी सर्विस फिर तोड़ी और मैच अपने नाम कर लिया ।
फेडरर चोट के कारण नहीं खेल रहे हैं जबकि नौ बार के चैम्पियन जोकोविच को आस्ट्रेलिया के कड़े कोरोना टीकाकरण नियमों का पालन नहीं करने के कारण टूर्नामेंट से एक दिन पहले निर्वासित कर दिया गया था।
क्वार्टर फाइनल में दो सेट से पिछड़ने और मैच प्वाइंट बचाने वाले रूसी खिलाड़ी मेदवेदेव के लिये दो दिन बाद सिटसिपास के खिलाफ मैच भी भावनात्मक रहा। उन्होंने दूसरे सेट में सर्विस गंवाने के बाद चेयर अंपायर पर अपनी नाराजगी भी जतायी। उन्होंने मांग की थी कि सिटसिपास को दर्शकों के बीच बैठे उनके पिता कोचिंग दे रहे हैं और इसके लिये यूनानी खिलाड़ी को चेतावनी दी जानी चाहिए।
मेदवेदेव यह सेट हार गये। उन्होंने पांच मिनट का विश्राम लिया और अधिक जज्बे के साथ कोर्ट पर उतरे। उन्होंने तीसरे सेट के आखिर में ब्रेक प्वाइंट लिया और फिर अगले सेट में लगातार पांच अंक बनाकर जीत दर्ज की।
मेदवेदेव ने पिछले साल भी मेलबर्न पार्क में सेमीफाइनल में सिटसिपास को हराया था लेकिन फाइनल में वह जोकोविच से हार गये थे।
एपी
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