नागपुर, 24 अगस्त महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने शनिवार को कहा कि विपक्षी दलों शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (शिवसेना-यूबीटी), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरदचंद्र पवार (राकांपा-एसपी) और कांग्रेस के हालिया लोकसभा चुनावों में अच्छे प्रदर्शन का कारण महाविकास आघाडी (एमवीए) के जनाधार में बढ़ोतरी नहीं, बल्कि उन्हें ‘‘मोदी विरोधी’’ और ‘‘शाह विरोधी’’ वोट मिलना है।
राज ठाकरे ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उद्धव ठाकरे और शरद पवार के नेतृत्व वाले दलों को विधानसभा चुनावों में ये सत्ता-विरोधी वोट नहीं मिलेंगे। विधानसभा चुनाव अक्टूबर-नवंबर में होने की संभावना है।
उन्होंने कहा, ‘‘दलितों और मुसलमानों के एक बड़े हिस्से ने भाजपा के खिलाफ मतदान किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और (केंद्रीय गृह मंत्री) अमित शाह के खिलाफ ये वोट उद्धव ठाकरे, शरद पवार और कांग्रेस को गए। ये वोट महाविकास आघाडी के नहीं थे। यह लहर अब चली गई है।’’
राज ठाकरे ने कहा कि मनसे आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 225 सीट पर चुनाव लड़ने की योजना बना रही है।
महाराष्ट्र विधानसभा में कुल 288 सीट हैं।
मनसे प्रमुख ने शरद पवार की आलोचना करते हुए दावा किया कि राकांपा (एसपी) प्रमुख ही राज्य में जाति और दलबदल की राजनीति लेकर आए।
उन्होंने आरोप लगाया कि राकांपा की स्थापना के बाद संत भी जाति के आधार पर बंट गए।
राजठाकरे ने कहा कि यह बात निश्चित रूप से नहीं कही जा सकती कि ‘लाडकी बहिन योजना’ जैसी योजनाओं के बाद भी लोग सत्तारूढ़ गठबंधन को वोट देंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘लोग काम मांग रहे हैं, पैसा नहीं। किसान मुफ्त बिजली नहीं चाहते, वे निर्बाध आपूर्ति चाहते हैं।’’
मनसे प्रमुख ने यह भी सवाल किया कि क्या राज्य सरकार के पास इन योजनाओं के लिए पैसा है।
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