जरुरी जानकारी | हेफेड की बिकवाली पहल से सरसों तेल में गिरावट, सरसों तिलहन पूर्ववत

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. सहकारी संस्था हेफेड की ओर से सरसों के पुराने स्टॉक की बिकवाली पहल के कारण देश के तेल-तिलहन बाजार में बुधवार को सरसों तेल कीमतों में गिरावट देखने को मिली। वहीं सरसों तेल कीमतों में गिरावट के बावजूद किसानों द्वारा नीचे भाव में बिकवाली से कतराने की वजह से सरसों तिलहन के दाम पूर्वस्तर पर बंद हुए।

नयी दिल्ली, चार जून सहकारी संस्था हेफेड की ओर से सरसों के पुराने स्टॉक की बिकवाली पहल के कारण देश के तेल-तिलहन बाजार में बुधवार को सरसों तेल कीमतों में गिरावट देखने को मिली। वहीं सरसों तेल कीमतों में गिरावट के बावजूद किसानों द्वारा नीचे भाव में बिकवाली से कतराने की वजह से सरसों तिलहन के दाम पूर्वस्तर पर बंद हुए।

मलेशिया और शिकॉगो एक्सचेंज में सुधार का रुख था।

सूत्रों ने बताया कि सहकारी संस्था हेफेड ने दो जून को सरसों के फसल वर्ष 2023-24 के पुराने स्टॉक की बिक्री के लिए निविदा मंगाई थी। इसके बाद छह जून को आगे फिर से निविदा मंगाई जाने वाली है। बाजार की परिस्थितियों के हिसाब से इसका सरसों के साथ-साथ बाकी तेल-तिलहनों पर क्या असर आयेगा, यह देखा जाना अभी बाकी है।

उन्होंने कहा कि सरसों तेल का दाम आयातित तेलों के साथ साथ बाकी कई तेलों के मुकाबले महंगा हो चला है। इस ऊंचे दाम पर सरसों तेल की मांग प्रभावित होने से सरसों तेल कीमतों में गिरावट रही। दूसरी ओर, किसान सरसों को नीचे दाम पर बेचने को राजी नहीं हैं। इस स्थिति के बीच सरसों तिलहन के दाम पूर्वस्तर पर बने रहे।

सूत्रों ने कहा कि दूसरी ओर, कम उपलब्धता की स्थिति के बीच मांग बढ़ने के कारण मूंगफली तेल-तिलहन कीमतों में सुधार दर्ज हुआ। इसी तरह, किसान, पहले ही न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से काफी नीचे दाम पर बिकने वाले सोयाबीन तिलहन को और नीचे दाम पर बेचने को राजी नहीं हैं और वे माल को रोक रहे हैं। ऐसे में सोयाबीन तिलहन के दाम में भी सुधार आया। लेकिन कुछ कमजोर मांग के बीच सोयाबीन तेल कीमतें पूर्वस्तर पर बंद हुई।

उन्होंने कहा कि ऊंचे दाम पर मांग प्रभावित रहने के बीच पाम-पामोलीन तेल के दाम भी पूर्वस्तर पर बने रहे। इस बीच सरसों तिलहन, सोयाबीन तेल, सीपीओ एवं पामोलीन तथा बिनौला तेल कीमतें भी पूर्वस्तर पर बंद हुई।

तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे:

सरसों तिलहन - 6,650-6,700 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली - 5,650-6,025 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) - 13,650 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली रिफाइंड तेल - 2,210-2,510 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 13,900 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 2,470-2,570 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 2,470-2,605 रुपये प्रति टिन।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 12,400 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 12,400 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 9,350 रुपये प्रति क्विंटल।

सीपीओ एक्स-कांडला- 10,525 रुपये प्रति क्विंटल।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 12,200 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 12,350 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन एक्स- कांडला- 11,250 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल।

सोयाबीन दाना - 4,425-4,475 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन लूज- 4,175-4,225 रुपये प्रति क्विंटल।

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