विदेश की खबरें | मुरलीधरन ने भारत-अमेरिका संबंधों को प्रगाढ़ करने में भारतीय-अमेरिकी सुमदाय की भूमिका को सराहा

ह्यूस्टन, 26 मई विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने कहा कि अमेरिका में मौजूद भारतीय समुदाय ने भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को प्रगाढ़ करने में अहम भूमिका निभाई है।

मुरलीधरन ने यहां भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि द्विपक्षीय संबंधों में जीवंत भारतीय-अमेरिकी समुदाय एक मजबूत स्तंभ है। वह ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत ह्यूस्टन में भारत के महावाणिज्य दूतावास की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा, ‘‘हमार संकल्प है कि समारोहों के दौरान समुदाय से हमारे संबंधों को और गहरा किया जाए। यह वैश्विक समारोह है और सदियों पुरानी सभ्यता के लोकाचार ,परांपराओं तथा मूल्यों को बरकरार रखते हुए आधुनिक देश के तौर पर अपनी उपलब्धियों का जश्न मनाने का मौका है।’’

मुरलीधरन ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीयों को पूरी दुनिया से जोड़ने वाले जीते जागते पुल के समान देखते हैं।’’ मंत्री ने अगले 25 वर्षों में भारत के लिए प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को भी साझा किया। वर्ष 2047 में भारत को अंग्रेजों से आजादी मिले सौ वर्ष हो जाएंगे।

भारत सरकार ने इस चरण को ‘‘अमृतकाल’’ कहा है, जहां भारत को अपनी प्रौद्योगिकी, व्यापार, जन स्वास्थ्य के क्षेत्र में बदलाव तथा अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए दृढ़ होना है।

मुरलीधरन ने कहा, ‘‘यूक्रेन संकट के मद्देनजर गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के सरकार के निर्णय पर हाल में चर्चा हुई। हमने कहा कि हम दुनिया को बचाने के लिए, जरूरतमंदों की मदद के लिए, उन पड़ोसी मुल्कों के लिए जिन्हें जरूरत है, प्रतिबंध लगाना चाहते हैं लेकिन दुनिया के कुछ स्थानों पर इसे अलग तरीके से पेश किया जा रहा है।’’

भारत अन्य देशों के साथ मिलकर वैश्विक खाद्य सुरक्षा को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है, खासतौर पर उन देशों में जो संघर्षों का सामना कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि भारत वैश्विक खाद्य सुरक्षा को बढ़ाने में अपनी भूमिका जरूर निभाएगा। मुरलीधरन न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र की एक बैठक में शामिल होने के लिए अमेरिका गए थे।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)