मुंबई, 18 मार्च मुंबई पुलिस आयुक्त पद से परम बीर सिंह को हटाये जाने के एक दिन बाद महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बृहस्पतिवार को कहा कि आईपीएस अधिकारी के कुछ सहकर्मियों की ‘गंभीर और माफ नहीं की जा सकने वाली गलतियां’ के चलते उनका तबादला किया गया।
सिंह के तबादले के बाद अपनी पहली सार्वजनिक टिप्पणी में देशमुख ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि पुलिस अधिकारी सचिन वाजे प्रकरण की जांच ‘उपयुक्त तरीके से और बगैर किसी बाधा’ के हो।
सिंह, उद्योगपति मुकेश अंबानी के दक्षिण मुंबई स्थित आवास के बाहर एक संदिग्ध वाहन बरामद होने के मामले से निपटने के तरीके को लेकर आलोचना का सामना कर रहे थे। वाहन से जिलेटिन की छड़े बरामद हुई थी।
बुधवार को राज्य सरकार ने सिंह का तबादला होम गार्ड में कर दिया। राज्य के कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक हेमंत नागराले को सिंह की जगह नियुक्त किया गया।
अंबानी के आवास के पास 25 फरवरी को एक संदिग्ध वाहन पाये जाने की जांच के दौरान राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने सहायक पुलिस निरीक्षक वाजे को हाल ही में गिरफ्तार किया था।
लोकमत समाचारपत्र द्वारा आयोजित और एबीपी माझा न्यूज चैनल द्वारा प्रसारित एक कार्यक्रम में देशमुख ने कहा कि महाराष्ट्र आतंकवाद रोधी दस्ता और एनआईए इस प्रकरण की पेशेवर तरीके से जांच कर रही है।
उन्होंने कहा कि एनआईए और एटीएस की जांच में दोषी पाये जाने वाले व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
देशमुख ने कहा, ‘‘सिंह का तबादला प्रशासनिक नहीं था। एनआईए और एटीएस की जांच के जरिए कुछ चीजें सामने आयी हैं। ’’
उन्होंने कहा , ‘‘मुंबई के पूर्व पुलिस प्रमुख (सिंह) के कुछ सहकर्मियों ने कुछ गंभीर गलतियां की थी। वे माफ नहीं की जा सकने वाली गलतियां थी। इसलिए उनका तबादला किया गया। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। ’’
सुभाष उमा
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