ग्वालियर, 12 जुलाई मध्य प्रदेश की लोकायुक्त पुलिस ने हाल ही में हुए सरपंच पद के चुनाव में जीत दर्ज करने वाले एक प्रत्याशी को प्रमाणपत्र देने के एवज में कथित तौर पर डेढ़ लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में शिवपुरी जिले की खनियाधांना तहसील के प्रभारी तहसीलदार सुधाकर तिवारी को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया।
लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक रामेश्वर सिंह ने बताया कि चार दिन पहले शिवपुरी जिले की खनियाधांना तहसील के बरसोला गांव से उमाशंकर लोधी को सरपंच पद के लिए हुए चुनाव में विजयी घोषित किया गया था।
उन्होंने कहा कि लोधी पांच वोटों से जीते थे, जिसके बाद खनियाधांना के प्रभारी तहसीलदार सुधाकर तिवारी ने उन्हें कथित तौर पर फोन करके एक बार फिर मतगणना कराने की धमकी दी।
सिंह के मुताबिक, तिवारी ने लोधी को जीत का प्रमाणपत्र देने के लिए कथित तौर पर डेढ़ लाख रुपये की रिश्वत भी मांगी।
उन्होंने बताया कि लोधी ने चार दिन पहले प्रभारी तहसीलदार को 50,000 रुपये दिए और पूरी बातचीत की रिर्काडिंग कर लोकायुक्त ग्वालियर के पास शिकायत दर्ज कराई।
सिंह के अनुसार, जांच में शिकायत सही पाई गई और जब मंगलवार को लोधी खनियाधांना स्थित तिवारी के सरकारी आवास पर रिश्वत की बाकी रकम (एक लाख रुपये) लेकर पहुंचे और उन्हें दिए, तब लोकायुक्त पुलिस की टीम ने छापा मारा और यह रकम बरामद कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
सिंह ने बताया कि लोकायुक्त पुलिस ने प्रभारी तहसीलदार के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
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