भोपाल, 9 जुलाई : मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) ने कहा है कि प्रदेश सरकार ने सीहोर स्थित एक निजी शिक्षण संस्थान के छात्रावास में हनुमान चालीसा का पाठ करने पर कुछ छात्रों पर जुर्माना लगाने के संस्थान के कथित कदम की जांच के आदेश दिए हैं. यह घटना इस सप्ताह की शुरुआत में प्रदेश की राजधानी से लगभग 70 किलोमीटर दूर सीहोर जिले में स्थित वेल्लोर प्रौद्योगिकी संस्थान (वीआईटी) के परिसर में हुई थी. सूत्रों ने कहा कि कुछ छात्रों ने छात्रावास में खराब सुविधाओं पर प्रबंधन का ध्यान आकर्षित करने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ किया था.
मिश्रा ने शुक्रवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ‘‘ हनुमान चालीसा के पाठ के लिए निजी संस्थान के छात्रों से कोई जुर्माना नहीं लिया जाएगा. सीहोर कलेक्टर को पूरे मामले की विस्तृत जांच करने का आदेश दिया गया है.’’ उन्होंने सवाल किया, ‘‘ छात्र हिन्दुस्तान में नहीं तो कहां पर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने संस्थान को संदेश भेजा है कि छात्रों पर हनुमान चालीसा का पाठ करने पर कोई जुर्माना नहीं लगाया जाना चाहिए. छात्रों को सलाह दी जा सकती है, लेकिन ऐसी कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती.’’ सूत्रों ने बताया कि संस्थान में बी. टेक पाठ्यक्रम के कुछ छात्रों ने छात्रावास में खराब सुविधाओं के विरोध में हनुमान चालीसा का पाठ किया था. लेकिन एक शिकायत के बाद सात छात्रों पर जुर्माना लगाया गया. यह भी पढ़ें : अमरनाथ: बादल फटने की घटना में मरने वालों की संख्या 16 हुई, 15,000 को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया
मंत्री मिश्रा ने कहा कि कुछ छात्रों के माता-पिता और चौकीदारों द्वारा पाठ के कारण होने वाले शोर पर आपत्ति जताए जाने के बाद संस्थान ने कार्रवाई की थी. इस मुद्दे पर वीआईटी के प्रबंधन का रुख जानने के लिए कई बार प्रयास किए जाने के बावजूद भी संपर्क नहीं हो पाया. इस बीच, भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने छात्रों पर जुर्माना लगाने का विरोध किया और चेतावनी देता हुए कहा, ‘‘ अगर छात्रों पर लगाया गया जुर्माना वापस नहीं लिया गया तो सात हजार लोग कॉलेज में हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे.’’