वाशिंगटन, 1 नवंबर : अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने गुजरात के मोरबी शहर में एक पुल टूटने से जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के प्रति सोमवार को गहरी संवेदना जतायी. बाइडन ने एक बयान में कहा, ‘‘हमारी संवेदनाएं भारत के साथ हैं. मैं और जिल गुजरात के लोगों के शोक में उनके साथ हैं और उन परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं जिन्होंने पुल टूटने के चलते अपने प्रियजनों को खो दिया.’’ उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका और भारत अपरिहार्य साझेदार हैं. हमारे नागरिकों के बीच गहरे संबंध हैं. इस कठिन घड़ी में हम भारतीयों के साथ खड़े रहेंगे और उनका समर्थन करना जारी रखेंगे.’’ हैरिस ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘हम गुजरात में एक पुल गिरने के कारण अपने प्रियजनों को खोने का शोक मना रहे भारतीयों के साथ खड़े हैं. हमारी संवदेनाएं उन लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया और जिन्हें हादसे ने प्रभावित किया.’’
कांग्रेस (अमेरिकी संसद) सदस्य ग्रेस मेंग ने कहा कि वह मोरबी पुल हादसे में बड़ी संख्या में लोगों की मौत होने से ‘‘बहुत दुखी’’ हैं. मेंग ने कहा, ‘‘मुझे यह जानकर बहुत दुख हुआ है कि मारे गए लोगों में कई बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग हैं. भारत अमेरिका का प्रिय मित्र और सहयोगी है और हम त्रासदी एवं दुख के इस समय में उसके लोगों के साथ खड़े हैं.’’ अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि मोरबी में हुए पुल हादसे से अमेरिका बहुत दुखी है. उन्होंने कहा, ‘‘हम पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं. अमेरिका इस कठिन समय में अपने सहयोगी भारत के साथ खड़ा है.’’ सीनेट की विदेश संबंध समिति के रैंकिंग सदस्य जिम रिश ने कहा कि गुजरात में पुल गिरने से प्रभावित हुए लोगों के लिए वह प्रार्थना करेंगे. यह भी पढ़ें : COVID-19: गंभीर कोविड-19 रोगियों में संक्रमण के बाद के लक्षणों का अधिक खतरा- ईसीडीसी
उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका इस मुश्किल समय में अपने सहयोगी और मित्र भारत के साथ खड़ा है.’’ अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि गुजरात के मोरबी में रविवार को एक केबल ब्रिज के गिरने की खबर से दुख हुआ. उन्होंने कहा, ‘‘हमारी संवेदनाएं इस भयानक त्रासदी के पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं. अमेरिका अपने साझेदार के साथ खड़ा है और भारत सरकार को समर्थन करना जारी रखेगा.’’ एक सदी से भी अधिक पुराने पुल को व्यापक मरम्मत और नवीनीकरण के बाद पांच दिन पहले आम लोगों के लिए फिर से खोला गया था. हालांकि, रविवार शाम को पुल टूट गया और हादसे में अब तक 134 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.