चंडीगढ़, 15 जून : पंजाब पुलिस राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से कड़ी सुरक्षा के साथ ‘गैंगस्टर’ लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) को लेकर बुधवार तड़के पंजाब पहुंची, जहां उससे गायक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के सिलसिले में पूछताछ की जाएगी. सूत्रों ने बताया कि बिश्नोई को मानसा की एक अदालत में पेश किया गया जहां उसे सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है. उन्होंने बताया कि बाद में उसे चंडीगढ़ के समीप खरड़ में अपराध जांच एजेंसी के कार्यालय में पूछताछ के लिए ले जाया गया. इससे एक दिन पहले मंगलवार को दिल्ली की एक अदालत ने पंजाबी गायक एवं कांग्रेस नेता मूसेवाला की हत्या के मामले में पंजाब पुलिस को बिश्नोई की ट्रांजिट रिमांड प्रदान की थी. पंजाब पुलिस ने मामले में लॉरेंस बिश्नोई को औपचारिक रूप से गिरफ्तार करने के बाद उसे अदालत के समक्ष पेश किया था, जिसके बाद अदालत ने आदेश पारित किया.
सूत्रों ने बताया कि दिल्ली से बुधवार तड़के मानसा लाने के बाद बिश्नाई को जिला सिविल अस्पताल में चिकित्सा जांच के बाद एक अदालत के समक्ष पेश किया गया, जहां उसे सात दिन की पंजाब पुलिस की हिरासत में भेज दिया गया. दिल्ली से मानसा और मानसा से खरड़ तक बिश्नोई को पंजाब पुलिस की कड़ी सुरक्षा में बुलेट प्रूफ वाहन में लाया गया. सूत्रों ने बताया कि मूसेवाला हत्याकांड में गठित विशेष जांच दल विस्तार से उससे पूछताछ करेगा. मंगलवार शाम को यहां जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, बिश्नोई को गायक की हत्या के मामले में आरोपी और साजिशकर्ता नामजद किया गया है. इसमें कहा गया है कि उसे हत्या के पीछे के षड़यंत्र और उद्देश्य का पता लगाने के लिए पूछताछ के वास्ते पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा. पंजाब पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक प्रमोद बान ने मंगलवार को कहा था कि मूसेवाला के हत्या मामले की जांच कर रही एसआईटी प्रगति कर रही है. यह भी पढ़ें : प्रयागराज हिंसा: ‘मास्टरमाइंड’ जावेद मोहम्मद के घर को लेकर पीडीए ने किए अहम खुलासे
पंजाब पुलिस ने मंगलवार को लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के दो सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया था जो कनाडा में रह रहे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के इशारों पर काम कर रहे थे. बयान के अनुसार, पंजाब में भगवंत मान नीत सरकार कनाडा से बराड़ को प्रत्यर्पित करने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही है. बराड़ ने सबसे पहले इस हत्या की जिम्मेदारी ली थी. गौरतलब है कि गायक मूसेवाला की पंजाब के मानसा जिले में 29 मई को अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. इससे पहले, पंजाब पुलिस ने कहा था कि मूसेवाला की हत्या एक अंतर-गिरोह प्रतिद्वंद्विता का मामला है और इसमें लॉरेंस बिश्नोई गिरोह शामिल था.