देश की खबरें | मोदी ने ममता पर साधा निशाना, ‘कट मनी संस्कृति’ की आलोचना की

चुचुड़ा (पश्चिम बंगाल), 22 फरवरी ‘‘बंगाली अस्मिता’’ के लिए लड़ने के ममता बनर्जी के दावे को खारिज करते हुए सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन पर राज्य की संस्कृति, महापुरुषों और महिलाओं की उपेक्षा करने और राज्य में ‘कट मनी की संस्कृति’ को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।

ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला करते हुए प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि उसने पश्चिम बंगाल में हर क्षेत्र में ‘सिंडिकेट राज’ को लागू कर दिया जहां ‘‘कट मनी’’ के बिना लोगों का कोई काम नहीं होता।

उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार सांस्कृतिक विरासत और महापुरुषों की उपेक्षा करते हुए अपने वोट बैंक की रक्षा के लिए तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है।

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘राज्य सरकार की कट मनी संस्कृति ने इस कदर माहौल खराब कर दिया है कि बिना यह दिए आप एक मकान तक किराए पर नहीं लगा सकते...सिंडिकेट की अनुमति के बिना एक मकान तक आप किराए पर नहीं दे सकते।’’

केंद्र की ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि’ और ‘आयुष्मान भारत’ जैसी योजनाओं को अनुमति नहीं देने के लिए उन्होंने ममता बनर्जी नीत सरकार की आलोचना की।

मोदी ने हुगली में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मुझे बताया गया है कि जिस मकान में बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने ‘वंदे मातरम’ की रचना की थी, वह जर्जर स्थिति में है। जिस व्यक्ति ने गुलामी के कारण व्याप्त निराशा के बीच आजादी के संघर्ष में नया प्राण फूंकने का काम किया, उनके मकान की उपेक्षा की गयी। यह बंगाल के गौरव का अनादर है।’’

प्रधानमंत्री की इस टिप्पणी के दो दिन पहले ही तृणमूल कांग्रेस ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को ‘बंगाल की बेटी’ बताते हुए ‘बंगाल को चाहिए अपनी बेटी’ का नारा देते हुए ‘स्थानीय बनाम बाहरी’ के मुद्दे पर बहस को और बढ़ा दिया।

मोदी ने राज्य में केंद्र के ‘जल जीवन मिशन’ को लागू करने में कथित ढिलाई के मुद्दे को भी उठाया।

मोदी ने पूछा, ‘‘ग्रामीण क्षेत्र में केवल नौ लाख परिवारों तक पानी के पाइप की पहुंच है। जिस तरह राज्य सरकार काम कर रही है, उससे कोई आश्चर्य नहीं होगा कि गरीबों तक पाइप के जरिए पानी पहुंचाने में वर्षों लग जाएंगे। तृणमूल कांग्रेस बंगाल की बेटियों से अन्याय कर रही है। क्या इसे भुलाया जा सकता है?’’

उन्होंने दावा किया कि जल जीवन मिशन के तहत आवंटित 1700 करोड़ रुपये में से राज्य ने केवल 609 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।

राज्य सरकार पर लगातार हमला करते हुए मोदी ने कहा कि जब तक ‘कट मनी संस्कृति’ रहेगी, गिरोह का शासन रहेगा और तोलाबाजी (जबरन वसूली) कायम रहेगी, बंगाल में विकास नहीं होगा।

उन्होंने तृणमूल कांग्रेस सरकार पर जूट उद्योग समेत औद्योगिक विकास की उपेक्षा करने का आरोप लगाया।

मोदी ने कहा कि बंगाल में भाजपा की सरकार बनने पर लोगों और उनकी संस्कृति की रक्षा होगी और कोई उन्हें डरा या दबा नहीं पाएगा।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल के लोगों ने ‘असल परिवर्तन’ का मन बना लिया है। भाजपा बंगाल को ऐसी सरकार देगी जिसमें सबका विकास सुनिश्चित होगा, किसी का भी तुष्टिकरण नहीं होगा।’’

भाजपा सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर वोट बैंक की राजनीति के लिए राज्य के मुस्लिमों का तुष्टिकरण करने का आरोप लगाती रही है।

प्रधानमंत्री ने बाद में नोआपाड़ा से दक्षिणेश्वर तक कोलकाता मेट्रो रेलवे के विस्तार का उद्घाटन किया।

दक्षिणेश्वर 160 साल से अधिक पुराने काली मंदिर के लिये प्रसिद्ध है।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘परिवहन सुविधाओं की बेहतरी से आत्मनिर्भरता और खुद पर भरोसे का हमारा संकल्प मजबूत होगा।’’

उन्होंने कहा ‘‘मुझे खुशी है कि सभी परियोजनाओं में ‘मेड इन इंडिया’ की छाप स्पष्ट रूप से दिखाई पड़ रही है, चाहे वह मेट्रो हो या रेलवे प्रणाली।’’

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