नयी दिल्ली, 22 दिसंबर दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के आयुक्त अश्विनी कुमार ने पुरानी दिल्ली में लगभग 160 साल पुराने टाउन हॉल का दौरा किया और कहा कि निगम अपनी विरासत को संरक्षित रखने के लिए "हर संभव प्रयास" करेगा।
दिल्ली इंस्टीट्यूट के रूप में 1860 के दशक में निर्मित प्रतिष्ठित टाउन हॉल, नगर निकाय का पूर्व मुख्यालय था, जो 1958 में दिल्ली नगर पालिका से दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) बन गया था।
आयुक्त ने शनिवार को ऐतिहासिक स्थल पर लगभग दो घंटे बिताए। उन्होंने कई नगर अधिकारियों और इतिहास में रुचि रखने वाले लोगों के साथ टाउन हॉल परिसर में एक ‘हेरिटेज वॉक’ में भाग लिया और फिर मुगल बादशाह दारा शिकोह पर एक वार्ता में भाग लिया।
उन्नीसवीं सदी की इस इमारत को कई वर्षों से उपयोग में न होने और क्षतिग्रस्त होने के कारण तत्काल मरम्मत व जीर्णोद्धार की आवश्यकता है।
‘हेरिटेज वॉक’ के दौरान, कुमार ने “टाउन हॉल के विभिन्न हिस्सों की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि की समीक्षा की”।
एमसीडी ने एक बयान में कहा कि उन्होंने इमारत की स्थिति का भी निरीक्षण किया और तत्काल मरम्मत की आवश्यकता महसूस की।
बयान में कहा गया है कि आयुक्त ने टाउन हॉल की विरासत को संरक्षित करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
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