लंदन, 19 जनवरी मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने गुरूवार को स्वीकार किया कि ‘नॉन स्ट्राइकर’ छोर पर बल्लेबाज के रन आउट के संबंध में नियम में कुछ अस्पष्टता थी और उसने कहा कि सभी तरह के संदेह को खत्म करने के लिये वे इस नियम के शब्दों में बदलाव कर रहे थे।
बिग बैश लीग (बीबीएल) में आस्ट्रेलियाई स्पिनर एडम जम्पा की घटना के एक हफ्ते बाद नियम के शब्दों को बदला गया।
मेलबर्न स्टार्स के कप्तान ने मेलबर्न रेनेगेड्स के बल्लेबाज टॉम रोजर्स को ‘मांकड’ तरीके से आउट करने की कोशिश की लेकिन वह टीवी अंपायर द्वारा खुद ही गलती करते हुए पकड़़े गये जिससे इस ऑफ स्पिनर को काफी शर्मिंदगी उठानी पड़ी।
जम्पा अपना फॉलो थ्रू पूरा करने के बाद मैकेंजी हार्वे को गेंद फेंकने ही वाले थे कि वह पलटे और उन्होंने रोजर्स की गिल्लियां उड़ा दी और अंपायर को बल्लेबाज को बाहर करने का इशारा किया।
लेकिन अंपायर ने जम्पा की अपील को टीवी अंपायर को रैफर कर दिया। थर्ड अंपायर ने कहा कि जम्पा की बांह गेंद रिलीज के समय ‘वर्टिकली’ ज्यादा आगे चली गयी।
गुरूवार को एमसीसी ने बीबीएल की घटना पर बयान जारी कर कहा कि अंपायरों ने सही फैसला किया।
लेकिन एमसीसी ने भी जोड़ा कि नियम की शब्दावली में कुछ संदेह था जिसके कारण ही संदेह हुआ होगा और अब नियम 38.3 के शब्दों में बदलाव से बेहतर स्पष्टता होगी।
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