जरुरी जानकारी | मांडविया ने चिदंबरनार बंदरगाह पर किया सीधे प्रवेश की सुविधा का उद्घाटन

नयी दिल्ली, 27 अक्टूबर केंद्रीय पोत परिवहन मंत्री मनसुख मांडविया ने मंगलवार वी.ओ. चिदंबरनार बंदरगाह पर ‘सीधे बंदरगाह में प्रवेश’ (डायरेक्ट पोर्ट एंट्री- डीपीई) सुविधा का उद्घाटन किया। इससे मालवहन की लागत में कमी आएगी और यह कारोबार सुगमता को बढ़ाएगा।

वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए मांडविया ने कहा कि यह निर्यातकों के लिए कारोबार सुगमता को बढ़ाने में मदद करेगी। इससे निर्यातकों के काम में दक्षता आएगी, सामान भेजने पर खर्च कम होगा और साथ ही वह अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर

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अधिक प्रतिस्‍पर्धी हो सकेंगे।

पोत परिवहन मंत्रालय ने आधिकारिक बयान में कहा कि अत्याधुनिक डीपीई सुविधा किसी भी कंटेनर फ्रेट स्टेशन (सीएफएस) के दखल के बिना निर्यातकों को कारखानों से अपने कंटेनरों को सीधे बंदरगाहों पर कंटेनर टर्मिनल पर चौबीस घंटे भेजने की सुविधा उपलब्‍ध कराएगी।

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यह सुविधा ट्रक पार्किंग टर्मिनल के अंदर 18,357 वर्गमीटर के क्षेत्र में विकसित की गयी है। इस ट्रक पार्किंग टर्मिनल को कारखानों से सील होकर आए निर्यात के सामानों से भरे कंटेनरों की सीमा शुल्‍क निकासी सुविधा के लिए 'सागरमाला' योजना के तहत विकसित किया गया था।

इस सुविधा के विकास से पहले कारखानों से सील बंद कंटेनरों को पहले तूतीकोरिन में संचालित होने वाले कंटेनर फ्रेट स्टेशनों (सीएफएस)/इनलैंड कंटेनर डिपो (आईसीडी) में से एक में ले जाया जाता था। ये स्‍टेशन सीएफएस केवल कार्य दिवसों में सुबह 10 से रात 8 बजे तक ही काम करते थे। इसकी वजह से कंटेनरों को कंटेनर टर्मिनलों में अंदर आने की अनुमति देने में काफी देरी होती थी। इस असुविधा को देखते हुए ही बंदरगाह में 24x7 के आधार पर ई-सील कंटेनरों की जल्‍दी निकासी को सक्षम करने के लिए डीपीई सुविधा विकसित की गयी है।

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