कोलकाता, एक अक्टूबर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को दक्षिणी हिस्से में आयी बाढ़ के लिए दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) को जिम्मेदार ठहराया और इसे ''मानव-निर्मित बाढ़'' करार दिया। बनर्जी ने दावा किया कि वर्तमान में आयी बाढ़ ऊंचे बांधों और बैराज से अनियोजित तरीके से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने का नतीजा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा संचालित डीवीसी द्वारा नियंत्रित बांधों और बैराज की ''ड्रेजिंग'' (तलमार्जन) की कमी के कारण गाद बढ़ जाती है जिसके चलते धनबाद के पास स्थित मैथों जैसे बांधों की क्षमता में कमी आई है।
उन्होंने दावा किया कि इसके कारण, जब भी झारखंड जैसे राज्यों में भारी बारिश होती है, तो भारी मात्रा में पानी बंगाल में आता है, जिससे दक्षिणी बंगाल के निचले जिलों में बाढ़ आती है। मुख्यमंत्री ने बांधों को नियंत्रित करने वाले अधिकारियों से जलाशयों की क्षमता बढ़ाने का भी अनुरोध किया।
बनर्जी ने चेतावनी दी कि अगर बाढ़ की ऐसी पुनरावृत्ति को रोकने के लिए कदम नहीं उठाए गए तो व्यापक स्तर पर विरोध जताया जाएगा।
बाढ़ का पानी भरने के बाद पश्चिमी मेदिनीपुर जिले के घाटल में एक मकान के ढह जाने से एक बच्चे समेत दो लोगों की मौत हो गई।
वहीं, मुख्य सचिव एच के द्विवेदी ने शुक्रवार को अलग से एक प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि पांच जिलों में बाढ़ के कारण 22 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा कि दामोदर और रूपनारायण नदी खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही हैं।
लोक निर्माण विभाग और सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद द्विवेदी ने कहा कि एक लाख घरों को नुकसान पहुंचा है और चार लाख लोगों को सुरक्षित निकाला गया है जिनमें से दो लाख लोगों को राहत शिविरों में भेजा गया है। उन्होंने कहा कि सेना ने पश्चिम बर्धमान में तीन, हुगली में तीन और हावड़ा में दो टुकड़ियां तैनात की हैं।
इस बीच, बंगाल के विपक्षी दलों भाजपा और कांग्रेस ने कहा कि डीवीसी ने अतिरिक्त पानी छोड़े जाने से पहले हमेशा की तरह राज्य सरकार को सूचित किया था।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि अपनी सरकार की विफलता को छुपाने के लिए मुख्यमंत्री डीवीसी पर आरोप मढ़ रही हैं।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)