पुणे (महाराष्ट्र), 29 नवंबर सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. बाबा आढाव ने चुनावों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के इस्तेमाल को धोखाधड़ी बताते हुए इसके खिलाफ पुणे में आंदोलन शुरू किया है।
नब्बे वर्षीय कार्यकर्ता आढाव ने बृहस्पतिवार को पुणे में नामी समाज सुधारक ज्योतिबा फुले के निवास फुले वाडा में अपना तीन दिवसीय प्रदर्शन शुरू किया।
पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘‘विधानसभा चुनाव के नतीजों पर पैसे और ईवीएम के इस्तेमाल से फर्क पड़ा है। वोटिंग प्रतिशत के आंकड़े लगातार बदल रहे हैं। चुनाव में ईवीएम का इस्तेमाल एक धोखा है।’’
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के महायुति गठबंधन ने 288 सीटों में से 230 सीटों पर जीत दर्ज की। जबकि, कांग्रेस, शिवसेना (उबाठा) और राकांपा (एसपी) के विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) ने सामूहिक रूप से केवल 46 सीटें जीतीं।
करारी हार के बाद, एमवीए के कई नेताओं ने ईवीएम की विश्वसनीयता पर संदेह जताया है। राकांपा (एसपी) के रोहित पवार समेत कई नेताओं ने पुणे में सामाजिक कार्यकर्ता से मुलाकात की। किसी अन्य कार्यक्रम के लिए फुले वाडा आए राकांपा के छगन भुजबल ने भी कार्यकर्ता आढाव से मुलाकात की।
आढाव ने कारोबारी गौतम अदाणी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि लोगों को ‘‘लोकसभा में उनके खिलाफ बोलने की इजाजत नहीं है।’’
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