मुम्बई, 13 अप्रैल मेरूदंड सर्जरी के बाद स्वास्थ्य में सुधार आने पर बुधवार को पहली बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सचिवालय पहुंचे और उन्होंने राज्य प्रशासन को प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल बढ़ाते हुए कागजविहीन शासन पर ध्यान देने को कहा। पिछले साल नंवबर में उनकी यह सर्जरी हुई थी।
बाद में जब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार से इतने लंबे समयांतराल के बाद ठाकरे के सचिवालय आने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह यह जानकर ‘खुश’ हैं कि मुख्यमंत्री मंत्रालय आये।
पवार ने कहा कि जब मुख्यमंत्री कार्यालय नहीं आते थे तब भी कामकाज प्रभावित नहीं हुआ और उन्होंने (ठाकर ने) समय से फाइलें निपटायीं एवं निर्णय लिये।
पवार की रांकापा महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन महा विकास आघाड़ी (एमवीए) का हिस्सा है । इस गठबंधन में शिवसेना, राकांपा एवं कांग्रेस शामिल हैं।
ठाकरे (61) की पिछले साल नवंबर में मुम्बई के एक अस्पताल मेरूदंड सर्जरी हुई थी। उससे पहले वह कोविड-19 महामारी के दौरान आधिकारिक बैठकें ऑनलाइन कर रहे थे।
सचिवालय में अपने कार्यालय से बैठकें नहीं करने को लेकर वह अक्सर विपक्षी भाजपा के निशाने पर रहते थे।
मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी बयान के अनुसार, बुधवार को ठाकरे सचिवालय में सामाजिक न्याय, राजस्व, सामान्य प्रशासन, गृह, कानून, न्यायपालिका विभाग गये और उन्होंने कर्मियों से कागजविहीन प्रणाली के बारे में बातचीत की।
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