मुंबई, 11 जुलाई शिवसेना सांसद मिलिंद देवड़ा ने बृहस्पतिवार को मांग की कि महाराष्ट्र की मुख्य सचिव सुजाता सौनिक विवादास्पद परिवीक्षाधीन आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के खिलाफ लगे आरोपों की व्यापक और निष्पक्ष जांच करें।
सत्तारूढ़ शिवसेना के राज्यसभा सदस्य देवड़ा ने कहा कि जिन लोगों में प्रतिभा और नैतिकता का अभाव है वे महत्वपूर्ण पदों पर आसीन होने के लिए उपयुक्त नहीं है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री देवड़ा ने कहा कि खेडकर के खिलाफ लगे आरोप प्रतिष्ठित भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) की प्रतिष्ठा के लिए गंभीर खतरा हैं।
देवड़ा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘क्या आप सरकार में सेवा करने के लिए हैं या किसी अधिकार की भावना के कारण? मैं महाराष्ट्र की मुख्य सचिव से आग्रह करता हूं कि वह बिना देरी किए इन आरोपों की व्यापक और निष्पक्ष जांच करें।’’
उन्होंने लिखा, ‘‘न्याय सुनिश्चित करना और हमारी प्रशासनिक सेवा में जनता का भरोसा बनाए रखना बहुत ज़रूरी है। यूपीएससी को जनसेवा की खातिर उच्च-क्षमता वाले अधिकारी तैयार करने के लिए जाना जाता है। योग्यता और नैतिकता की कमी वाले लोग महत्वपूर्ण सार्वजनिक पदों पर रहने के योग्य नहीं हैं।’’
भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) की 32 वर्षीय परिवीक्षाधीन अधिकारी खेडकर ने अपनी विभिन्न मांगों से विवाद खड़ा कर दिया था और इस वजह से उनका तबादला प्रशिक्षण पूरा होने से पहले ही पुणे से विदर्भ क्षेत्र के वाशिम में कर दिया गया।
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