बेंगलुरु, 27 नवंबर विश्व वोक्कालिगा महासमस्तन मठ के महंत कुमार चंद्रशेखरनाथ स्वामीजी ने मुस्लिम समुदाय को मताधिकार से वंचित करने संबंधी अपने बयान पर बुधवार को खेद व्यक्त किया और कहा कि ‘‘उनकी जुबान फिसल गई थी।’’
महंत ने कहा कि मुसलमान भी इस देश के नागरिक हैं और उन्हें भी अन्य लोगों की तरह मताधिकार प्राप्त है।
स्वामीजी ने एक बयान में कहा, ‘‘कल के मेरे बयान के बारे में मेरी स्पष्ट राय है कि मुसलमान भी इस देश के नागरिक हैं, उन्हें भी दूसरों की तरह वोट देने का अधिकार है। अगर कल के मेरे बयान से मुसलमान भाइयों को तकलीफ हुई है तो मैं तहे दिल से खेद व्यक्त करता हूं। मेरा अनुरोध है कि इस मुद्दे को आगे न बढ़ाया जाए और इसे यहीं खत्म कर दिया जाए।’’
मंगलवार को वक्फ संपत्ति विवाद के मद्देनजर स्वामीजी कहा था कि ऐसा कानून लाया जाना चाहिए जिसमें मुस्लिम समुदाय के पास वोट देने का अधिकार न हो।
स्वामीजी ने दावा किया, ‘‘हर किसी को सुनिश्चित करना चाहिए कि वक्फ बोर्ड न हो... क्योंकि नेता वोटों के लिए चीजें करते हैं। एक ऐसा कानून लाया जाना चाहिए जिसमें मुस्लिम समुदाय के पास वोट देने का अधिकार न हो... ऐसा निश्चित रूप से किया जाना चाहिए। पाकिस्तान में, उन्होंने ऐसा किया है, वहां दूसरों के पास वोट करने का अधिकार नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसी तरह, भारत में भी, अगर हम यह सुनिश्चित करते हैं कि उन्हें (मुसलमानों को) वोट देने का अधिकार नहीं है, तो वे अपने आप में (सीमित) रहेंगे और हर कोई शांति से रह सकता है।’’
कर्नाटक के कुछ हिस्सों में किसानों और अन्य लोगों के एक वर्ग ने यह आरोप लगाया है कि उनकी जमीनों को वक्फ संपत्ति के रूप में चिह्नित किया गया है, जिसका विभिन्न किसान समूहों, संगठनों और विपक्षी भाजपा द्वारा विरोध किया गया है।
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