देश की खबरें | मध्य प्रदेश : रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए एक चिकित्सक सहित चार गिरफ्तार

भोपाल, 18 अप्रैल मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना वायरस के मरीजों के कागगर समझे जाने वाली दवा रेमडेसिविर इंजेक्शन की कथित रूप से कालाबाजारी करते हुए एक एमबीबीएस चिकित्सक सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

अपराध शाखा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोपाल सिंह धाकड ने रविवार को बताया कि इस बीमारी के इलाज में इस्तेमाल आने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए चिकित्सक सहित चार लोगों को अपराध शाख भोपाल ने शनिवार को यहां गिरफ्तार किया है।

उन्होंने कहा कि उनके पास से चार नग रेमडेसिविर इंजेक्शन एवं 24,000 रूपये नगद बरामद किया गया है।

धाकड ने बताया कि ये आरोपी इस इंजेक्शन को 7,000 रूपये में खरीदकर 12,000 से 18,000 रूपये की कीमत पर कोरोना मरीजों को बेचते थे।

उन्होंने कहा कि थाना अपराध भोपाल की टीम कोरोना वायरस प्रोटोकॉल पालन एवं कानून व्यवस्था हेतु थाने से रवाना हुए थे। तभी मुखबिर ने सूचना दी कि शाहजहानाबाद इस्लामी गेट पर कुछ लड़के कोरोना वायरस की दवा के इंजेक्शन को ब्लैक में बेचने के लिये खड़े हैं, जिन्हें ऊंची कीमत पर बेचा जा रहा है।

धाकड़ ने बताया कि कि इसपर वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना से अवगत कराकर कार्रवाई के लिये निर्देश प्राप्त किये गये।

उन्होंने कहा कि अपराध शाखा की टीम ने बताये स्थान शाहजहानाबाद इस्लामी गेट पर जाकर दबिश दी जहां पर चार लड़के मुखबिर द्वारा बताये हुलिये के मिले और उनको घेराबंदी कर पकडा।

धाकड़ ने बताया कि गिरफ्तार किये गये आरोपियों में डॉ. एहशान खान (22), शमी खान (30), अखलाख खान (24) एवं नोमान खान (30) शामिल हैं। ये चारों भोपाल के रहने वाले हैं।

उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और विस्तृत जांच जारी है।

धाकड़ ने बताया कि पूछताछ में आरोपीगणों ने बताया कि इन इंजेक्शनों को नोमान खान से 7,000 रूपये प्रति नग के हिसाब के खरीदा है, जिन्हें वे जरूरतमंद कोरोना मरीजों को 12,000 से 18,000 रूपये में बेचते थे।

रावत

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