Lok Sabha Elections: दिल्ली में आप चार और कांग्रेस तीन सीट पर लड़ेगी
कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए शनिवार को दिल्ली समेत कुछ राज्यों में सीट बंटवारे की घोषणा की जिसके तहत राष्ट्रीय राजधानी में आप चार और कांग्रेस तीन सीट पर चुनाव लड़ेगी.
नयी दिल्ली, 24 फरवरी : कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए शनिवार को दिल्ली समेत कुछ राज्यों में सीट बंटवारे की घोषणा की जिसके तहत राष्ट्रीय राजधानी में आप चार और कांग्रेस तीन सीट पर चुनाव लड़ेगी. इसके साथ ही आम आदमी पार्टी गुजरात की भरूच और भावनगर सीट तथा हरियाणा की कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट पर भी चुनाव लड़ेगी. पंजाब की सभी 13 लोकसभा सीट पर दोनों पार्टियों ने अलग-अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया है, लेकिन चंडीगढ़ लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस अपना प्रत्याशी उतारेगी. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच सीट बंटवारे की घोषणा से कुछ दिनों पहले ही उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे का ऐलान किया गया था.
उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीट में से कांग्रेस 17 पर चुनाव लड़ रही है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुकुल वासनिक ने आम आदमी पार्टी के नेता संदीप पाठक, सौरभ भारद्वाज और अतिशी के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में सीट बंटवारे की घोषणा की. इस मौके कांग्रेस के दिल्ली प्रभारी दीपक बाबरिया और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली भी मौजूद थे. वासनिक ने कहा, " दिल्ली में आम आदमी पार्टी चार और कांग्रेस तीन सीट पर चुनाव लड़ेगी. आप दक्षिणी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली और नयी दिल्ली लोकसभा सीट पर उम्मीदवार उतारेगी, जबकि कांग्रेस चांदनी चौक, उत्तर पश्चिम दिल्ली और उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट पर चुनाव लड़ेगी." राष्ट्रीय राजधानी में सात लोकसभा सीट हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में सभी सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जीत दर्ज की थी. वासनिक ने कहा कि आम आदमी पार्टी गुजरात में भरूच और भावनगर लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ेगी तथा हरियाणा की कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट भी आम आदमी पार्टी को दी गई है. गुजरात में लोकसभा की 26 सीट है. 24 सीट पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी. यह भी पढ़ें : UP Police Constable Exams Cancelled: सीएम योगी का बड़ा फैसला, यूपी पुलिस कांस्टेबल की परीक्षा रद्द, 6 महीनों के भीतर फिर होंगे एग्जाम
उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ लोकसभा सीट को को लेकर लंबी चर्चा की गई और आखिर में फैसला हुआ कि यहां से कांग्रेस अपना उम्मीदवार उतारेगी. वासनिक ने कहा कि गोवा को लेकर तय किया गया कि राज्य की दोनों सीट पर कांग्रेस लड़ेगी. भरूच को लेकर के पिछले कुछ दिनों से दोनों दलों के बीच पेंच फंसा हुआ था क्योंकि कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे अहमद पटेल के पुत्र फैसल पटेल और पुत्री मुमताज पटेल यह सीट आम आदमी पार्टी को दिए जाने का विरोध कर रहे थे. फैसल पटेल ने तो यहां तक कह दिया था कि अगर यह सीट आम आदमी पार्टी के खाते में जाएगी तो वह और स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ता आप प्रत्याशी का सहयोग नहीं करेंगे. फैसल पटेल के विरोध के बारे में पूछे जाने पर वासनिक ने कहा, "सारी परिस्थितियों को समझ कर, राय- मशविरा करके दोनों दलों के बीच यह फैसला किया गया है. मुझे विश्वास है कि फैसले का सम्मान कांग्रेस का हर कार्यकर्ता करेगा और आम आदमी पार्टी का भी हर कार्यकर्ता इस फैसले को मानेगा."
इस सीट पर फैसल और उनकी बहन मुमताज कांग्रेस की तरफ से टिकट के दावेदार माने जा रहे थे. आप अपने विधायक चैतर वसावा को भरूच लोकसभा सीट से पहले ही उम्मीदवार घोषित कर चुकी है. आप भावनगर में भी अपना प्रत्याशी घोषित कर चुकी है. वासनिक ने कहा, " देश में आज जिस तरह की परिस्थितियं बनी हैं और लोकतंत्र तथा हमारे संविधान के सामने जिस तरह की चुनौतियां पैदा हुई हैं, उनका मुकाबला करने के लिए 'इंडिया' गठबंधन पूरी तरह से तैयार है. उसी कड़ी में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच सीट का समझौता हुआ है." उनका कहना था कि दिल्ली में कांग्रेस के तीन सीट पर लड़ने के बावजूद पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं का प्रयास होगा कि सभी सात सीट पर गठबंधन जीते. उन्होंने कहा कि सभी राज्यों में 'इंडिया' गठबंधन के घटक दल आपस में तालमेल के साथ गठबंधन के सभी प्रत्याशियों को कामयाब करने की दिशा में प्रयास करेंगे.
आप के महासचिव (संगठन) संदीप पाठक ने कहा, " हम अपने छोटे-छोटे हितों को दरकिनार करके और देश के हित को ध्यान में रखकर साथ आए हैं. देश हमेशा महत्वपूर्ण है, पार्टी इसके बाद आती है." उन्होंने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी ने जो भी रणनीति बनाई थी, अब इस गठबंधन की घोषणा के बाद वह पूरी तरह से बिखर जाएगी. पाठक ने कहा, "हम देश की जनता के साथ मिलकर यह चुनाव लड़ेंगे और हम जीतेंगे.'' कांग्रेस और आप ने पंजाब में अलग-अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया है. वासनिक ने कहा कि पंजाब में विशेष परिस्थितियों हैं और उनको देखते हुए अलग-अलग लड़ने का फैसला किया गया है. पंजाब में आम आदमी पार्टी सत्तारूढ़ है और कांग्रेस मुख्य विपक्षी दल है. लोकसभा चुनाव अप्रैल-मई में प्रस्तावित है.