जरुरी जानकारी | टिड्डी नियंत्रण अभियान जारी, केंद्र ने 1.5 लाख , राज्यों ने 1.33 लाख हेक्टेयर में छिड़काव किया

नयी दिल्ली, 11 जुलाई टिड्डी नियंत्रण उपायों के तहत केन्द्र सरकार की ओर से 11 अप्रैल से अब तक 1.5 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में अभियान संचालित किये गये हैं।

एक सरकारी बयान में शनिवार को कहा गया है, ‘‘केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के दिशा-निर्देशानुसार, टिड्डी नियंत्रण अभियान सतत् रूप से चलाया जा रहा है।

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बयान के अनुसार इस अभियान की शुरूआत राजस्थान से 11 अप्रैल को हुईI सरकार के टिड्डी चेतावनी संगठन के विभिन्न टिड्डी सर्किल कार्यालयों द्वारा नौ जुलाई तक राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब, गुजरात, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में 1,51,269 हेक्टेयर क्षेत्र में टिड्डी नियंत्रण किया गया है I

राज्य सरकारों द्वारा भी टिड्डी नियंत्रण अभियान संचालित किया जा रहा है। राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब, गुजरात, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, हरियाणा और बिहार सरकारों ने नौ जुलाई तक 1,32,660 हेक्टेयर क्षेत्र में टिड्डी नियंत्रण किया है।

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सरकार द्वारा किये गये पहलकदमियों का ब्यौरा देते हुए कृषि मंत्रालय ने कहा कि 9-10 जुलाई की मध्यरात्रि में राजस्थान के बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर, चूरू, झुझनूं, सीकर और करौली जिलों में, गुजरात के भुज जिले और उत्तर प्रदेश के औरैया व इटावा जिलों में टिड्डी नियंत्रण अभियान चलाया गयाI

इसके अलावा, 9-10 जुलाई की मध्यरात्रि में राज्य के कृषि विभागों ने राजस्थान के अलवर जिले में और उप्र के औरैया व इटावा जिलों में टिड्डी नियंत्रण अभियान चलाया जहां टिड्डियों का छोटा और बिखरा हुआ समूह था।

बयान में कहा गया है कि मौजूदा समय में दवा छिड़काव करने वाले वाहनों के साथ 60 टिड्डी नियंत्रण दल राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में तैनात किये गये हैं तथा 200 से अधिक की संख्या में केन्द्र सरकार के कर्मियों को टिड्डी नियंत्रण अभियान में लगाया गया है। इसके अतिरिक्त 20 छिड़काव करने वाले उपकरण भी प्राप्त किये गये हैं।

दुर्गम क्षेत्रों व ऊंचे पेड़ों वाले इलाकों में टिड्डियों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए, कीटनाशकों का छिड़काव करने के काम में 15 ड्रोन का उपयोग किया जा रहा है। एक ड्रोन 4 घंटे में 70 हेक्टेयर क्षेत्र को कवर कर सकता है।

राजस्थान में निर्धारित रेगिस्तानी क्षेत्र में टिड्डी नियंत्रण के लिए एक बेल 206-बी 3 हेलीकॉप्टर हवाई छिड़काव तैनात किया गया है। टिड्डी नियंत्रण में हवाई छिड़काव के लिए वायु सेना ने भी एमआई-17 हेलीकॉप्टर का उपयोग करके परीक्षण किया है तथा परिणाम उत्साहजनक हैं।

बयान में कहा गया है कि राजस्थान के जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर, बीकानेर, चूरू, झुंझनू, सीकर,और करौली जिलों में, गुजरात के भुज इलाके तथा उत्तर प्रदेश के औरैया एवं इटावा जिलों में अपरिपक्व गुलाबी टिड्डियों और वयस्क पीली टिड्डियों के दल सक्रिय हैंI

पूर्वानुमान है कि आने वाले दिनों में ये दल मानसून की शुरूआत के साथ राजस्थान में लौटेंगे, और जिनके, लगभग जुलाई के मध्य में अफ्रीका, ईरान और पाकिस्तान से आने वाले अन्य टिड्डी दलों में शामिल होने की संभावना है। भारत-पाकिस्तान सीमा पर टिड्डियों का प्रजनन शुरू हो चुका है।

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