मुश्किल स्थिति से श्रीलंका को निकालने के लिए विधायिका के सभी सदस्य मिलकर काम करें : राजपक्षे

संकटग्रस्त श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने रविवार को विधायिका के सभी सदस्यों से अपील की कि वे एकजुट हों और लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए तत्काल काम करें, खासतौर पर तब जब आर्थिक संकट की वजह से देश अपने ‘‘सबसे खराब दौर से गुजर रहा है.

Mahinda Rajapakse (Photo: Twitter)

कोलंबो, 15 मई : संकटग्रस्त श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने रविवार को विधायिका के सभी सदस्यों से अपील की कि वे एकजुट हों और लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए तत्काल काम करें, खासतौर पर तब जब आर्थिक संकट की वजह से देश अपने ‘‘सबसे खराब दौर से गुजर रहा है.’’ गोटाबाया राजपक्षे ने यह टिप्पणी ‘वेसाक पोया दिवस’ के मौके पर की. राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ हमें मौजूदा स्थिति के प्रति सचेत रहना चाहिए और उन कार्यक्रम को लेकर एकजुट होना चाहिए जो सभी के संकल्पों पर खरा उतर सके.’’

उल्लेखनीय है कि वेसाक पोया दिवस भगवान बुद्ध के जन्म, निर्वाण और महापरिनिर्वाण के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. कहा जाता है कि भगवान बुद्ध के जीवन की तीनों घटनाएं एक ही तारीख पर हुई थी. राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘... मुश्किल समय में लचीलापन आवश्यक है. इस मौके पर जब देश सबसे खराब स्थिति में है, सभी जन प्रतिनिधियों को तुरंत सभी लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए एकजुट होकर काम करना चाहिए. यह भी पढ़ें : झारखंड के लातेहार में माओवादियों ने 10 वाहनों को आग के हवाले कर दिया

वास्तविक उद्देश्य मूल लक्ष्य से डिगे बिना इच्छित लक्ष्य तक पहुंचने का होना चाहिए.’’ नवनियुक्त प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने भी इस मौके पर जारी संदेश में लोगों की जिंदगी को पटरी पर लाने की प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए कहा कि यह भगवान बुद्ध के समक्ष की गई प्रतिबद्धता है.

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