करीमनगर (तेलंगाना), 12 मई प्रतिबंधित भाकपा-माओवादी की सदस्य नेरेला ज्योति उर्फ ज्योतक्का ने शुक्रवार को यहां पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। करीमनगर के पुलिस आयुक्त एल सुब्बारायडू ने यह जानकारी दी।
सुब्बारायडू ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि राजन्ना सिरसिल्ला जिले के शिवंगुलपल्ले गांव की रहने वाली नेरेला ज्योति 2004 में 12वीं कक्षा की पढ़ाई के दौरान माओवादियों के क्रांतिकारी गीतों की ओर आकर्षित हुई।
ज्योति (38) अदविपादिरा गांव के कमांडर रघु के माध्यम से संगठन में शामिल हुई और 20 वर्ष तक तेलंगाना, महाराष्ट्र और ओडिशा में काम किया।
पुलिस आयुक्त ने बताया कि आत्मसमर्पण करने से पहले ज्योति माओवादी संगठन के लिए तेलंगाना राज्य समिति की प्रेस प्रभारी के रूप में काम करती थी। संगठन की डिप्टी कमांडर ज्योति पर पांच लाख रुपये का इनाम था।
पुलिस आयुक्त ने कहा कि माओवादियों की मौजूदा गतिविधियों और विचारधारा से असहमत होने के बाद उसने मुख्यधारा में शामिल होने का फैसला किया। तेलंगाना की सरकार आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों को पुनर्वास सुविधाएं प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि ज्योति को विभिन्न सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
सुब्बारायडू ने अन्य माओवादियों से आत्मसमर्पण करने और मुख्यधारा में शामिल होने का आह्वान किया।
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