नयी दिल्ली, 21 जुलाई भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राजस्थान में हर दिन 17 से 18 बलात्कार की घटनाएं होने का दावा करते हुए शुक्रवार को कहा कि इस मरूधर प्रदेश में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है और ‘जंगलराज’ कायम है।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के साथ यहां भाजपा मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए भाजपा महासचिव व राजस्थान के प्रभारी अरुण सिंह ने कहा, ‘‘राजस्थान में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई और पूरे प्रदेश में जंगलराज है। सरकार और पुलिस प्रशासन घटनाओं को दबाने में लगे हैं। हमने करौली में भी यही देखा, जब वहां एक दलित युवती का अपहरण किया गया, उसके साथ बलात्कार हुआ और उसकी हत्या कर दी गई।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस सब के बाद जब युवती की मां पुलिस के पास गई तो पुलिस ने कहा कि केस मत करो, समझौता कर लो वरना तुम्हें भी अंदर कर दिया जाएगा। राजस्थान में ऐसी घटनाएं हर रोज हो रही हैं।’’
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि राजस्थान में महिलाओ पर हो रहे अत्याचार की घटनाओं के बारे में जब कांग्रेस की महिला विधायक से प्रश्न किया जाता है तो वह कहती हैं कि सुरक्षा घेरे में रहने के बावजूद वह सुरक्षित नहीं है।
शेखावत राजस्थान की कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा के महिला सुरक्षा को लेकर दिये गये हाल में दिए गए बयान का उल्लेख कर रहे थे।
केंद्रीय मंत्री ने मीडिया की खबरों का हवाला देते हुए कहा, ‘‘राजस्थान में हर दिन 17 से 18 बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं और हर दिन लगभग पांच से सात हत्या के मामले दर्ज होते हैं।’’
उन्होंने कहा कि राजस्थान में आज हालात इस तरह के हैं कि बंदूक के जोर पर जेलों से अपराधी छुड़ाए जा रहे हैं और पुलिस हिरासत में अपराधी गैंगवार करके एक दूसरे को मारते हुए दिखाई दे रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘इसे देख कर स्पष्ट है कि राजस्थान के आमजन में डर है और अपराधियों के हौसले बुंलद हैं।’’
शेखावत ने कहा कि शांत और सौम्य प्रदेश राजस्थान में पिछले साढे चार साल में 10 लाख आपराधिक मामले दर्ज हुए हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों का हवाला देते हुए जोधपुर के सांसद ने कहा कि राजस्थान महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध में देश का नंबर वन राज्य बन गया है।
उन्होंने कहा कि आज से साढ़े चार साल पहले किसानों को और युवाओं को ‘आश्वासनों का पिटारा’ देकर कांग्रेस की सरकार बनी थी लेकिन बाद में वहां आपसी सिर फुटव्वल नजर आया।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच विवादों की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘साढ़े चार साल तक राजस्थान में किस्सा कुर्सी का चलता रहा। एक कुर्सी छोड़ने को तैयार नहीं था और दूसरा कुर्सी (की चाहत) को छोड़ने को तैयार नहीं था। इनके इस द्वंद्व में राजस्थान के लोगों ने ये समय खून के घूंट पीकर बिताया।’’
राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा होने हैं। इसके मद्देनजर भाजपा अपराध विशेषकर महिलाओं के खिलाफ अपराध को मुद्दा बनाकर गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार को कटघरे में खड़ा करने का प्रयास कर रही है।
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