देश की खबरें | दक्षिण एशिया में स्थायी शांति जम्मू-कश्मीर विवाद के शांतिपूर्ण समाधान पर निर्भर : पाकिस्तानी राजनयिक

नयी दिल्ली, 14 अगस्त भारत में पाकिस्तानी उच्चायोग के प्रभारी साद अहमद वाराइच ने बुधवार को कहा कि दक्षिण एशिया में ''स्थायी शांति और स्थिरता'' का लक्ष्य जम्मू-कश्मीर विवाद के शांतिपूर्ण समाधान पर निर्भर है।

पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस की 77वीं वर्षगांठ बुधवार को नयी दिल्ली स्थित उसके उच्चायोग में मनाई गई।

वाराइच ने अपने संबोधन में पाकिस्तानी एथलीट अरशद नदीम के ऐतिहासिक प्रदर्शन की भी सराहना की, जिन्होंने पेरिस ओलंपिक में भाला फेंक स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था।

पाकिस्तानी उच्चायोग के प्रभारी ने कहा कि बाधाओं को मात देने में नदीम की उल्लेखनीय उपलब्धि इस बात का ज्वलंत उदाहरण है कि दृढ़ प्रतिबद्धता, पूर्ण समर्पण और ईमानदारी से की गई कड़ी मेहनत से पहाड़ भी हिलाए जा सकते हैं और शानदार सफलता प्राप्त की जा सकती है।

राजनयिक ने पाकिस्तान के युवाओं से आग्रह किया कि वे अपने सपनों को साकार करने के लिए इन दृढ़ प्रतिबद्धताओं को मार्गदर्शक सिद्धांतों के रूप में अपनाएं।

उच्चायोग के प्रभारी ने चांसरी लॉन में पाकिस्तानी राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इस अवसर पर उच्चायोग के अधिकारी और कर्मचारी अपने परिवार के साथ मौजूद थे। इस अवसर पर पाकिस्तान के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के संदेश पढ़े गए।

उच्चायोग ने एक बयान में उनके हवाले से कहा कि पाकिस्तान की नींव ''लोकतंत्र, सामाजिक समानता और सहिष्णुता के स्थायी सिद्धांतों'' पर रखी गई थी। उन्होंने कहा, ''राष्ट्र हमारे पूर्वजों द्वारा परिकल्पित इस्लामी कल्याणकारी राज्य के आदर्श को प्राप्त करने के अपने संकल्प में अडिग है।''

वाराइच ने कहा कि दक्षिण एशिया में स्थायी शांति और स्थिरता का लक्ष्य संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव और कश्मीरी लोगों की इच्छा के अनुसार जम्मू-कश्मीर विवाद के शांतिपूर्ण समाधान पर निर्भर है।

इस अवसर पर पाकिस्तान उच्चायोग के कई बच्चों ने राष्ट्रीय गीत पर प्रस्तुति दी और एक विशेष केक भी काटा गया।

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