Kuwait Fire Tragedy: प्रियजनों के शव वापस आने पर शोक संतप्त परिवार कोच्चि हवाई अड्डे पर एकत्र हुए
कोचीन अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शुक्रवार को अत्यंत हृदय विदारक माहौल था. कुवैत में भीषण अग्निकांड में मारे गए लोगों के शवों के ताबूत जब एक एक कर बाहर लाए जाने लगे तो वहां मौजूदा उनके प्रियजन चीत्कार कर उठे .
कोच्चि, 14 जून : कोचीन अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शुक्रवार को अत्यंत हृदय विदारक माहौल था. कुवैत में भीषण अग्निकांड में मारे गए लोगों के शवों के ताबूत जब एक एक कर बाहर लाए जाने लगे तो वहां मौजूदा उनके प्रियजन चीत्कार कर उठे . कुवैत में भयावह अग्निकांड में मारे गये अपने प्रियजनों के शव लेने के लिए शोकाकुल परिवार शुक्रवार को यहां कोच्चि हवाईअड्डे पर एकत्र हुए. सबसे पहले उस ताबूत को हवाई अड्डे के कार्गो टर्मिनल से बाहर लाया गया जिसमें अरुण बाबू का पार्थिव शरीर था. कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के कार्गो टर्मिनल पर दृश्य हृदय विदारक था, क्योंकि वहां एकत्रित लोगों के आंसू थमने का नाम ही नहीं ले रहे थे. अधिकारियों ने बताया कि दक्षिणी कुवैत के मंगाफ क्षेत्र में सात मंजिला इमारत के रसोईघर में भीषण आग लगने से 49 विदेशी मजदूरों की मौत हुई थी और 50 अन्य घायल हुए थे. इनमें से ज्यादातर भारतीय थे और शेष पाकिस्तान, फिलिपीन, मिस्र और नेपाल के नागरिक थे.
हादसे में मारे गए 45 भारतीयों के शवों को लेकर भारतीय वायुसेना (आईएएफ) का विमान पूर्वाह्न लगभग 10.30 बजे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा, लेकिन आवश्यक सुरक्षा मंजूरी के मद्देनजर एक घंटे बाद ही ताबूतों को बाहर लाया जा सका. सुबह साढ़े छह बजे से ही शोकाकुल परिवार धैर्यपूर्वक इंतजार कर रहे थे. जैसे ही हवाई अड्डे के कर्मचारियों ने पूर्वाह्न 11.30 बजे आयात कार्गो टर्मिनल से ताबूत लाने शुरू किए और उन्हें एक निर्धारित मंच पर रखना शुरू किया, माहौल बहुत ही ज्यादा गमगीन हो गया. परिवार के सदस्यों ने जब ताबूतों पर अपने प्रियजनों के नाम देखे तो टर्मिनल पर मौजूद लोगों के सब्र का बांध टूट गया और वहां अत्यंत दारूण स्थिति पैदा हो गई. केरल के 23, तमिलनाडु के सात और कर्नाटक के एक व्यक्ति का शव भारतीय वायुसेना के सी-130जे विमान से कुवैत से वापस लाया गया. केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन, केंद्रीय राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह और सुरेश गोपी, राज्य मंत्री के राजन, पी राजीव, वीना जॉर्ज, कदन्नापल्ली रामचंद्रन और रोशी ऑगस्टीन, विपक्ष के नेता वी डी सतीशन, कई अन्य विधायकों और सांसदों सहित कई नेता दिवंगत लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए मौजूद थे. यह भी पढ़ें : कुवैत अग्निकांड ऐसी त्रासदी जिसे शब्दों में बयां नहीं कर सकते: राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान
अग्निकांड में जान गंवाने वाले कुल 45 भारतीयों में से 31 लोग दक्षिणी राज्यों से थे और उनके शवों को शुक्रवार को सुबह विमान से कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लाया गया. मुख्यमंत्री और अन्य नेताओं ने एक घंटे से अधिक समय तक इंतजार किया और दिवंगत लोगों को श्रद्धांजलि दी. नेताओं ने सभी 31 शवों पर पुष्पांजलि अर्पित की. केरल पुलिस ने दिवंगत लोगों को ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया. चेंगन्नूर के एक परिवार के दो सदस्यों की इस दुर्घटना में मौत हो गई. इस घटना में मरने वालों में चेंगन्नूर के मैथ्यू थॉमस (53) और पयप्पडु के उनके भतीजे शिबू वर्गीस (30) भी शामिल हैं. शव लेने आए एक रिश्तेदार ने ‘पीटीआई-’ को बताया, ‘‘शिबू एनबीटीसी कंपनी में अकाउंटेंट के रूप में काम करते थे, जबकि मैथ्यू उसी कंपनी के दूसरे विभाग में काम करते थे.’’