देश की खबरें | उत्तराखंड में अब कुटटू का आटा केवल सीलबंद पैक में ही बिकेगा

देहरादून (उत्तराखंड), दो अप्रैल मिलावटी कुट्टू के आटे से बने पकवान खाने से देहरादून में करीब 300 लोगों के बीमार होने के बाद बुधवार को उत्तराखंड सरकार ने सख्त नियम बनाते हुए बिना लाइसेंस के कुटटू के खुले आटे की बिक्री पर रोक लगा दी।

स्वास्थ्य सचिव एवं खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के आयुक्त डॉ. आर राजेश कुमार ने बताया कि अब कुट्टू के आटे की बिक्री केवल सीलबंद पैक में होगी और अगर कोई खाद्य कारोबारी कुटटू का खुला आटा बेचता पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी ।

कुमार ने बताया कि खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने कुट्टू के आटे की गुणवत्ता सुनिश्चित करने और मिलावटी एवं संदूषित आटे के कारण होने वाली बीमारियों की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त नियम लागू करने का निर्णय लिया है।

चैत्र नवरात्रि के अवसर पर मिलावटी कुटटू के आटे से बने पकवान खाने के बाद सोमवार को करीब 300 लोग खाद्य विषाक्तता के शिकार हो गए थे ।

कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत के निर्देश पर राज्य में कुट्टू के आटे की बिक्री को लेकर नए दिशानिर्देश जारी किए गए हैं ।

कुमार ने कहा कि अब कोई भी खाद्य कारोबारी कुट्टू का खुला आटा नहीं बेच सकेगा और इसकी बिक्री केवल सीलबंद पैकेटों में ही की जाएगी ।

उनके अनुसार इसके अलावा, पैकेट पर खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2006 के अनुसार लेबलिंग नियमों का पालन अनिवार्य किया गया है।

उन्होंने बताया कि पैकेट पर कुट्टू के आटे की पिसाई की तिथि, पैकेजिंग की तिथि और ‘एक्सपायरी डेट (उपयोग की समयसीमा)’ स्पष्ट रूप से अंकित करना जरूरी होगा। इसके अतिरिक्त, हर पैकेट पर विक्रेता की खाद्य लाइसेंस संख्या भी दर्ज करना अनिवार्य किया गया है।

पिछले कुछ वर्षों में देहरादून, हरिद्वार और अन्य जिलों में मिलावटी कुट्टू के आटे के सेवन से लोगों के खाद्य विषाक्तता से पीड़ित होने की घटनाएं लगातार सामने आ रही है जिसके मददेनजर सरकार ने सख्ती बरतने का फैसला किया है ।

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